Tag: दस्तूर.. प्यार में साथी का.
दस्तूर.. प्यार में साथी का…!!!!
दस्तूर.. प्यार में साथी का...!!!!
(पंडित दयानंद शास्त्री"अंजाना")
पहली ही नजर में वह वह दिल को छू गयी....
मुझे पता ही नहीं चला की कब दिल उसका हो गया......
झूठे ही सही हम खुद को...
दस्तूर.. प्यार में साथी का…!!!!
दस्तूर.. प्यार में साथी का...!!!!
(पंडित दयानंद शास्त्री"अंजाना")
पहली ही नजर में वह वह दिल को छू गयी....मुझे पता ही नहीं चला की कब दिल उसका हो गया......झूठे ही सही हम खुद को...