Tag: दयानन्द शास्त्री
KNOW AND CHANT YOUR FEVREBLE MANTRA —-
KNOW AND CHANT YOUR FEVREBLE MANTRA ----
Maha Mrityunjaya Mantra ----Mahamrityunjaya Mantra is a great mantra dedicated to Lord Shiva. It is called Maha Mritunjaya Mantra because it is a great death-conquering mantra. Sometimes...
ये उपाय बनायेंगे आपके बच्चे को कुशाग्र/बुद्धिमान विद्यार्थी—-
ये उपाय बनायेंगे आपके बच्चे को कुशाग्र/बुद्धिमान विद्यार्थी----यदि आपके बच्चो का पढाई में मन नहीं लगता या फिर पढने के बावजूद वह अपने पाठ को याद नहीं रख पता तो अब...
क्यों होता हे प्यार/प्रेम..??? जानिए प्रेम-विवाह को ज्योतिषीय दृष्टिकोण से —
क्यों होता हे प्यार/प्रेम..??? जानिए प्रेम-विवाह को ज्योतिषीय दृष्टिकोण से ---प्रेम एक पवित्र भाव है। मानव मात्र प्रेम के सहारे जीता है और सदैव प्रेम के लिए लालयित रहता है। प्रेम का अर्थ केवल...
इनके कारण होता हें कोई भी बच्चा सुंदर !!!!
इनके कारण होता हें कोई भी बच्चा सुंदर !!!!सभी स्त्री-पुरूष चाहें वे खुद सुंदर हो या न हों पर अपनी संतान को वे सुंदर ही देखना चाहते हैं। सुंदर दिखने और...
केसे पायें धन-वैभव –वास्तु अपनाकर..???
केसे पायें धन-वैभव --वास्तु अपनाकर..???
आज की भाग-दौड़ भरी और तनावपूर्ण जिंदगी में लोग यही चाहते हैं कि घर में उन्हें वह सारा सुकून मिले जिसकी उन्हें आशा है। और यही वजह...
क्या होगा यदि ईशान कोण में हें वास्तु दोष आपका घर में ????–
क्या होगा यदि ईशान कोण में हें वास्तु दोष आपका घर में ????--स्त्री हो या पुरुष आज के भौतिक युग में एक फैशन सा हो गया है कि लोग उन्हे जाने, पहचाने,...
किस दिशा में और कहाँ होना चाहिए आपका शयन कक्ष????
किस दिशा में और कहाँ होना चाहिए आपका शयन कक्ष???? शयन कक्ष का सम्पूर्ण भवन में महत्वपूर्ण स्थान रहता हैं । गृह स्वामी जब भवन का निर्माण करवाता हैं तो दिशा का चुनाव...
क्या ज्योतिष एवं वास्तु का सम्बन्ध हें -???-
क्या ज्योतिष एवं वास्तु का सम्बन्ध हें -???-
भवन निर्माण का कार्य भी एक धार्मिक कार्य के रूप में माना जाता है. भूमि पूजन से लेकर गृहे प्रवेश तक के हर कार्य...
ज्योतिर्विदो के अनुभव के आधार पर रत्नों के धारण करने के सम्बन्ध में कुछ...
ज्योतिर्विदो के अनुभव के आधार पर रत्नों के धारण करने के सम्बन्ध में कुछ रेडीमेड फोर्म्युला ----
१)शीघ्र विवाह हेतु -: स्त्री हो तो लाल मूंगा और पिला पुखराज धारण करे ,पुरुष...
शनि जयंती (01 जून, 2011बुधवार)—
शनि जयंती (1 जून, 2011बुधवार) वह शुभ समय जब शनि संबंधी सभी प्रयोग, उपाय, टोटके व पूजा दोगुना फल प्रदान करते हैं। यदि आपकी कुंडली में शनि अशुभ स्थान है या...