Tag: जीवन शेली
आइये जाने आपकी जन्म कुंडली के ग्रह का प्रभाव/असर और उन्हें दूर करने के...
आइये जाने आपकी जन्म कुंडली के ग्रह का प्रभाव/असर और उन्हें दूर करने के उपाय---
एक नया वर्ष एक फिर आने वाला हें..नए वर्ष के स्वागत में हम सभी अपने पुराने गम,दुःख-दर्द,तकलीफ...
होली कब और केसे मनाएं..2012 में..????
होली कब और केसे मनाएं..2012 में..????
इस वर्ष होली का पावन पर्व 08 मार्च -2012 (गुरुवार) को मनाया जायेगा...
होली एक सामाजिक पर्व है। यह रंगों से भरा रंगीला त्योहार, बच्चे, वृद्ध, जवान,...
श्री महाशिवरात्रि व्रत (Mahashivratri) 20 फरवरी – 2012, बुधवार —-
श्री महाशिवरात्रि व्रत (Mahashivratri) 20 फरवरी - 2012, बुधवार ----
श्री महाशिवरात्रि ...????
.............क्या है शिव?
शेते तिष्ठïति सर्वं जगत्ï यस्मिन्ï स: शिव: शम्भु: विकाररहित: ...।
अर्थात ‘जिसमें सारा जगत्ï शयन करता है, जो विकार...
ऐसा हो कार्यस्थल (ऑफिस) वास्तु अनुसार—-
ऐसा हो कार्यस्थल (ऑफिस) वास्तु अनुसार----
वास्तु शास्त्र के शास्त्रसम्मत सूत्रों के अनुरूप केवल घर को निर्मित करना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि आजीविका के लिए आधारभूत कार्यालय, या दुकान इत्यादि भी शुभ लक्षणों...
आइये जाने ..मानसिक अवसाद/टेंशन/डिप्रेशन के ज्योतिषीय कारण एवं उपाय——–
आइये जाने ..मानसिक अवसाद/टेंशन/डिप्रेशन के ज्योतिषीय कारण एवं उपाय--------
आधुनिक भागदौड के इस जीवन में कभी न कभी हर व्यक्ति डिप्रेशन अर्थात अवसाद का शिकार हो ही जाता है। डिप्रेशन आज इतना आम...
आइये जाने हृदय रोग के ज्योतिषीय कारण एवं उपचार——
आइये जाने हृदय रोग के ज्योतिषीय कारण एवं उपचार------कुंडली में षठा (६) घर रोग का स्थान है!अष्टम घर मृत्यु का और बाहरवा 12 घर वयय खर्चे का स्थान है!जो ग्रह कुंडली के ६...
आइये जाने ज्योतिष और रोग का सम्बन्ध–
आइये जाने ज्योतिष और रोग का सम्बन्ध--
आज विज्ञान ने बहुत तरक्की कर ली हैं।। सूक्ष्म से सूक्ष्म रोग को मशीन द्वारा पहचान लिया जाता हैं। परंतु फिर भी कई रोग एंव लक्षण...
आइये जाने भारतीय वास्तु शास्त्र तथा इसके विज्ञान आधारित मूल नियम—
आइये जाने भारतीय वास्तु शास्त्र तथा इसके विज्ञान आधारित मूल नियम---
भारत भूमी के प्राचीन ऋषि तत्वज्ञानी थे और उनके द्वारा इस कला को तत्व ज्ञान से ही प्रतिपादित किया गया था. आज...
क्या वास्तु द्वारा भाग्य में बदलाव संभव है?-
क्या वास्तु द्वारा भाग्य में बदलाव संभव है?-
प्रत्येक मनुष्य अपना जीवन आनन्दमय, सुखी व समृद्ध बनाने में हमेशा लगा रहता हैं। कभी-कभी बहुत अधिक प्रयास करने पर भी वह सफल नहीं हो...
वास्तु अनुसार/सम्मत कहाँ हो स्टडी रूम/अध्ययन कक्ष—–
वास्तु अनुसार/सम्मत कहाँ हो स्टडी रूम/अध्ययन कक्ष-----
----अध्ययन कक्ष भवन के पश्चिम-मध्य क्षेत्र में बनाना अतिलाभप्रद है।
----अध्ययन कक्ष में विद्यार्थी की टेबल पूर्व-उत्तर ईशान या पश्चिम में रहना चाहिए। दक्षिण आग्नेय व...