Tag: जीवन शेली
क्या हे शिव के स्वरूप और प्रभाव—पंडित दयानन्द शास्त्री
क्या हे शिव के स्वरूप और प्रभाव---पंडित दयानन्द शास्त्री
सागर-मंथन की कथा से शिव (shiva) का रूप निखरता है। ऋग्वेद में जहॉ सूर्य, वरूण,वायु, अग्नि, इंद्र आदि प्राकृतिक शक्तियों की उपासना...
बिल्वपत्र का महत्त्व एवं प्रयोग—-पंडित दयानन्द शास्त्री
बिल्वपत्र का महत्त्व एवं प्रयोग----पंडित दयानन्द शास्त्री
मान्यता है कि शिव को बिल्व-पत्र चढ़ाने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। दरअसल बिल्व-पत्र एक पेड़ की पत्तियां हैं, जो आमतौर पर तीन-तीन...
श्रीकृष्ण कृत देवी स्तुति–पंडित दयानन्द शास्त्री
श्रीकृष्ण कृत देवी स्तुति--पंडित दयानन्द शास्त्री
नवरात्र में श्रद्धा और प्रेमपूर्वक महाशक्ति भगवती देवी की पूजा-उपासना करने से यह निर्गुण स्वरूपा देवी पृथ्वी के समस्त जीवों पर दया करके स्वयं...
स्वास्थ्य के लिये टोटके—पंडित दयानन्द शास्त्री
स्वास्थ्य के लिये टोटके---पंडित दयानन्द शास्त्री
1॰ सदा स्वस्थ बने रहने के लिये रात्रि को पानी किसी लोटे या गिलास में सुबह उठ कर पीने के लिये रख दें। उसे पी...
श्री विष्णोरष्टाविंशतिनामस्तोत्रम—-पंडित दयानन्द शास्त्री
श्री विष्णोरष्टाविंशतिनामस्तोत्रम----पंडित दयानन्द शास्त्री
अर्जुन उचाव--
किं नु नाम सस्त्राणि जपते च पुन: पुन:!
यानि नामानि दिव्यानि चाचक्ष्व केशव!!१!!
अर्जुन ने पूछा-केशव!
मनुष्य बारंबार एक हजार नामों का जप क्यों करता है? आपके जो दिव्य नाम...
रोगों से मुक्ति चाहिए तो करें मंगल प्रदोष व्रत
रोगों से मुक्ति चाहिए तो करें मंगल प्रदोष व्रत---आज --28 जून, मंगलवार को भौम प्रदोष व्रत है। इस दिन त्रयोदशी व मंगलवार का संयोग है। यह तिथि व वार दोनों...
आह ये सेक्स, वाह ये सेक्स!!!क्यों ये सेक्स??? आइये जाने सेक्स(कामसूत्र )के बारे में–
आइये जाने सेक्स(कामसूत्र )के बारे में--आह ये सेक्स, वाह ये सेक्स!!!क्यों ये सेक्स???
आज भी भारत में सेक्स को वर्जना की तरह देखा जाता है। जबकि हमारे देश में खजुराहो से लेकर वात्सायन...
आप सभी “”निदान”” वेब साईट में शामिल होने के लिए
सुप्रभात..गुड मोर्निंग...आप सभी विद्वान् साथियों से निवेदन/ अपील हे की आप सभी ""निदान"" वेब साईट में शामिल होने के लिए जल्दी/ शीघ्र की आपकी जानकारी/ बायोडाटा..श्री रितेश कश्यप जी(वेब डिजाईनर ) को भिजवा...
*नाम और ध्यान**–पवन तलहन —
*नाम और ध्यान**--पवन तलहन ---************
.......................................................................नाम-जप करने की विधि महर्षि पतंजलि यह बतलाते हैं कि नाम और रूप दोनों को मिलाकर जप करना चाहिये, अर्थात नामके साथ नामी के स्वरुप का ध्यान...