Tag: लालकिताब
वास्तु सम्मत – रसोईघर (KITCHAN AS PAR VASTU)—-
वास्तु सम्मत - रसोईघर (KITCHAN AS PAR VASTU)----
दीर्घायु के लिये व्यक्ति का स्वस्थ होना आवश्यक है। स्वस्थ व्यक्ति जीवन पर्यन्त समस्त प्रकार के उत्तर दायित्वो का ठीक से निर्वाह कर सकता...
उपाय वास्तु (पञ्च तत्वों का संतुलन)—
उपाय वास्तु (पञ्च तत्वों का संतुलन)---
हमारे शरीर मे पंचतत्त्व अपनी विशेष भूमिका निभाते हैं। पूरे का पूरा आयुर्वेद पंचतत्त्वों पर आधारित है। ये पंचमूल तत्त्व एक दूसरे तत्त्व की सहायता से...
वास्तु दोष कैसे पहचाने ?
वास्तु दोष कैसे पहचाने ?
भवन निर्माण एवं वास्तु विज्ञान दो अलग अलगविषय हैं। एक व्यक्ति अपने मनोनुकूल गृह का निमार्ण तोकरवा सकता है अपने आर्किटेक्ट या डिज़ाइनर से कहकरउसे अच्छी प्रकार...
चीनी वास्तु कला और भारतीय वास्तु शास्त्र
चाईनीज क्योर क्यों ? भारतीय क्यों नहीं ?चीनी वास्तु कला और भारतीय वास्तु शास्त्र
वास्तु शास्त्र आज बहुत ही प्रचलित है।भारतीय वास्तु शास्त्र को हम वास्तु शास्त्र के नामसे जानते हैं। इसके...
भवन हेतु प्लाट/ भूखण्ड (का आकार– वास्तु सम्मत) लेते / खरीदते समय सावधानियां —-
भवन हेतु प्लाट/ भूखण्ड (का आकार-- वास्तु सम्मत) लेते / खरीदते समय सावधानियां ------
अनेकों व्यक्ति भूखण्ड के शुभ-एव अशुभ तथ्वों केध्यान में रखे विना ही भवन निर्माण प्रारम्भ करवादेते है, जिसके...
भवन निर्माण/रखरखाव में (वास्तु सम्मत)सावधानियां—-
भवन निर्माण/रखरखाव में (वास्तु सम्मत)सावधानियां----
वास्तु शास्त्र के अनुसार भवन निर्माण के लिए चुना गया भूखण्ड आयताकार या वर्गाकार होना चाहिए। जिसकी सभी चारों दीवारें 90 अंश का कोण बनाती हों। ऐसा...
कालसर्प योग एवं भ्रान्तियां —–
कालसर्प योग एवं भ्रान्तियां -----
कालसर्प योग जातक में जीवटता, संघर्षशीलता एवं अन्याय के प्रति लड़ने के लिए अदम्य साहस का सृजन करता हैं । ऐसे जातक अपने ध्येय की सिद्धी...
संतान और कालसर्प योग—-
संतान और कालसर्प योग----
संतानहीनता दाम्पत्य जीवन का दुःखद पहलू हैं । ज्योतिष शास्त्र में संतान सुख के लिए जातक की जन्म कुण्डली में पंचम भाव, पंचमेश एवं गुरू की स्थिति...
बुध का राशि परिवर्तन–सत्येन्द्र दाधीच—
बुध का राशि परिवर्तन--सत्येन्द्र दाधीच---
ज्योतिष में बुध को वाणी और बुद्धि का स्वामी ग्रह माना जाता है। बुध व्यापार का कारक ग्रह है। बुध के अशुभ प्रभाव के कारण व्यापार में...
श्रावण माह महत्व—–
श्रावण माह महत्व-----
वैसे तो प्रत्येक तिथि, वार, नक्षत्र एवं माह अपना विशेष महत्व रखते हैं किन्तु श्रावण माह का अपना अलग ही महत्व है। इस माह में ग्रहराज सूर्यदेव चन्द्रमा की...