Home JYOTISH Page 254

JYOTISH

>मंगल क्रूर नहीं कल्याणकारी है--मंगल को कैसे अनुकूल बनाएँकोई भी व्यक्ति चाहे वह लड़की हो या लड़का, सबसे पहले आँखों के माध्यम से फीजिकल ब्यूटी की ओर एट्रैक्ट होता है। उसके बाद म्युचअल अंडरस्टैंडिंग यानी कि वैचारिक समानता और फिर सहन-सहन की समानता। परंतु क्या शादी के बंधन के लिए मात्र सुंदर शरीर और वैचारिक या रहन-सहन की समानता...
>जब कुंडली में हो मंगल दोष--मंगली दोष कैसे करें दूर?यदि प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्ठम व द्वादश भावों में कहीं भी मंगल हो तो उसे मंगल दोष कहा जाता है लेकिन उन दोषों के बावजूद अगर अन्य ग्रहों की स्थिति, दृष्टि या युति निम्नलिखित प्रकार से हो, तो मंगल दोष खुद ही प्रभावहीन हो जाता है :- * यदि मंगल...
>निरोगी, धनवान और यश प्रदान करने वाला कल्याणकारी सूर्य स्तोत्र ::::----विकर्तनो विवस्वांश्च मार्तण्डो भास्करो रविः।लोक प्रकाशकः श्री माँल्लोक चक्षुर्मुहेश्वरः॥लोकसाक्षी त्रिलोकेशः कर्ता हर्ता तमिस्रहा।तपनस्तापनश्चैव शुचिः सप्ताश्ववाहनः॥गभस्तिहस्तो ब्रह्मा च सर्वदेवनमस्कृतः।एकविंशतिरित्येष स्तव इष्टः सदा रवेः॥..................................'विकर्तन, विवस्वान, मार्तण्ड, भास्कर, रवि, लोकप्रकाशक, श्रीमान, लोकचक्षु, महेश्वर, लोकसाक्षी, त्रिलोके...श, कर्ता, हर्त्ता, तमिस्राहा, तपन, तापन, शुचि, सप्ताश्ववाहन, गभस्तिहस्त, ब्रह्मा और सर्वदेव नमस्कृत- इस प्रकार इक्कीस नामों का...
>सप्तम पर ग्रहों की दृष्टि-(शनि, राहु-केतु का दृष्टि फल)::--##शनि यदि पंचम में रहकर सप्तम को देखता हो तो जातक विवेकी, गंभीर और शांत होता है। इनकी अध्यात्म, रिसर्च और तंत्र-मंत्र में रूचि रहती है। यह शनि भाइयों के लिए शुभ नहीं है, जीवनसाथी से भी मतभेद बनाए रखता है। साथी या तो कम पढ़ा-लिखा या कम स्तर का होता...
>सप्तम भाव पर ग्रहों की दृष्टि- (सप्तम पर सूर्य, मंगल और चन्द्र)##सप्तम भाव पर ग्रहों की दृष्टि कई मामलों में महत्वपूर्ण ही नहीं होती वरन् कई बार यह भाव फल को ही बदल देती है। पिछले अंक में हमने सप्तम पर सूर्य, मंगल और चन्द्र की दृष्टि की चर्चा की थी। आज हम बात करेंगे सप्तम पर गुरु, बुध...
>अंक ज्योतिष के अनुसार जानिए कौन-सा रत्न है आपके लिए शुभ :::::-----अंक ज्योतिष के अनुसार आपके लिए शुभ रत्न इस प्रकार है-1, 10, 19, 28 का मूलांक 1 का स्वामी सूर्य है- माणिक्य रत्न शुभ रहेगा।2, 11, 20, 29 का मूलांक- 2, स्वामी चंद्रमा- रत्न मोती3, 12, 21, 30 मूलांक- 3, स्वामी गुरू, रत्न पुखराज4, 13, 22, 31 मूलांक...
>सप्तम भाव और ग्रहों का फल:::---###सप्तम भाव विवाह और गृहस्थी के सुख की दृष्टि से बड़ा ही महत्वपूर्ण भाव है। जितना महत्व इसमें उपस्थित राशि और इसमें बैठे ग्रह का है, उतना ही महत्व इस पर दृष्टि रखने वाले ग्रहों के प्रभाव का भी होता है। ##सप्तम भाव पर सूर्य की दृष्टि शुभ नहीं मानी जाती। विवाह में स्वाभाविक...
>चाल से जानिए--चाल-चलन:::---प्राचीन शास्त्रों में भी व्यक्ति के 'चाल-चलन' पर कई रोचक टिप्पणियाँ की गई हैं। इस‍ीलिए हमारे बुजुर्ग अपनी पारखी नजरों से किसी भी अनजान व्यक्ति को देखकर उसका चाल-चलन भाँप लेते हैं। आधुनिक मनोवैज्ञानिकों में भी 'चाल' शोध का रुचिकर क्षेत्र बनता जा रहा है। कारण आपकी चाल, आपकी मन:स्थिति के बारे में अनजाने में ही दूसरों...
>####बेटा-बेटी#####बेटा वारिस हे....बेटी परस हे...बेटा वंश हे..बेटी अंश हे....बेटा आन हे..बेटी शान हे....बेटा तन हे......बेटी मन हे.....बेटा मान हे.....बेटी गुमान हे.....बेटा संस्कार हे.....बेटी संस्कृति हे....बेटा आग हे...बेटी बाग़ हे....बेटा दावा हे...बेटी दुआ हे..बेटा भाग्य हे....बेटी विधाता हे...बेटा शब्द हे...बेटी अर्थ हे....बेटा गीत हे...बेटी संगीत हे....बेटा प्रेम हे....बेटी पूजा हे.......#### दयानंद " bandhu"###==================================================Zindagi ki taraf mera nazariya ye hai ki....#####Zindagi#####....Zindagi...
>EVENT INFORMATION../ कार्यक्रम की सूचना........प्रिय मित्रो....... आप सभी का स्वागत हे...इस ग्रुप में आप सभी ..आपके आसपास../ आपके ख्सेत्र ../ जानकारी में होने वाली....धार्मिक गतिविधि...जेसे..राम कथा../ शिव पुराण../ भगवत कथा... / भजन संध्या...खाटू श्याम जी का जागरण.../ रानी सती..का जागरण../..शनि जी ../ गणेश जी के बारे में../..आदि के कार्यक्रमों की पूर्व जानकारी देने के साथ साथ ....आप ज्योतिषीय जानकारी...जेसे..ज्योतिष...

प्रख्यात लेख

मेरी पसंदीदा रचनायें

error: Content is protected !!