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>मंगल ही देता है शुभ फल... मंगल से मिलती है आर्थिक संपन्नता----एक तरफ मंगल जहाँ दाम्पत्य जीवन के लिए सबसे खराब ग्रह कहा गया है। तथा मांगलिक दोष के कारण वैवाहिक जीवन को तहस-नहस करने वाला कहा गया है वहीं पर यह मंगल आर्थिक सम्पन्नता एवं भूमि-भवन, वाहन आदि की समृद्धि को भी दर्शाता है। इसमें कोई संदेह...
>आग्नेय में स्थापित करें रसोईघर--- दक्षिण-पूर्व में रखें डाइनिंग टेबल---- रसोईघरः आग्नेय कोण में अथवा पूर्व व आग्नेय के मध्य या फिर पूर्व में रसोईघर स्थापित करें। आग्नेय कोण सर्वश्रेष्ठ है। अगर आपका खाना पकाना आग्नेय कोण में नहीं हो रहा हो, तो चूल्हा या गैस आग्नेय कोण में जरूर रखें। भोजन बनाने वाली का मुँह पूर्व दिशा...
>गणेश पूजन से शांत करें वास्तुदोष --- वास्तु पुरुष की प्रार्थना पर ब्रह्माजी ने वास्तुशास्त्र के नियमों की रचना की थी। इनकी अनदेखी करने पर उपयोगकर्ता की शारीरिक, मानसिक, आर्थिक हानि होना निश्चित रहता है। वास्तुदेवता की संतुष्टि गणेशजी की आराधना के बिना अकल्पनीय है। गणपतिजी का वंदन कर वास्तुदोषों को शांत किए जाने में किसी प्रकार का...
>सुखी जीवन के लिए वास्तु-अनमोल मंत्र ----- - उत्तर दिशा जल तत्व की प्रतीक है। इसके स्वामी कुबेर हैं। यह दिशा स्त्रियों के लिए अशुभ तथा अनिष्टकारी होती है। इस दिशा में घर की स्त्रियों के लिए रहने की व्यवस्था नहीं होनी चाहिए।- उत्तरी-पूर्वी क्षेत्र अर्थात्‌ ईशान कोण जल का प्रतीक है। इसके अधिपति यम देवता हैं। भवन...
>विविध राशियों में स्थित केतु का प्रभाव--कुंडली में मौजूद केतु से जानें फलादेश:::---- प्रत्येक ग्रह परिभ्रमण करते हुए द्वादश राशियों पर विराजमान रहते हैं। मेष से मीन तक। केतु किस राशि पर स्थित है तो क्या प्रभाव देगा, जानिए।मेष : यदि केतु जातक की कुंडली में मेष राशि पर विराजमान है तो भौतिकवादी, धन संग्रह करने वाला, स्वार्थी, लोभी,...
>चौघिड़या देखने की सुविधा--- किसी भी कार्य को शुभ मुहूर्त या समय पर प्रारंभ किया जाए तो परिणाम अपेक्षित आने की संभावना ज्यादा प्रबल होती है। यह शुभ समय चौघड़िया में देखकर प्राप्त किया जाता है। यहां हमने चौघिड़या देखने की सुविधा उपलब्ध कराई है।दिन का चोघडिया --से तक ...
>आज के मुहूर्त --(रविवार 27 मार्च 2011) ----- शुभ विक्रम संवत- 2067, शालिवाहन शक संवत- 1932, संवत्सर का नाम- शोभन, अयन- उत्तरायन,ऋतु- वसंत, मास- चैत्र, पक्ष- कृष्ण, तिथि- नवमी अहोरात्र, हिजरी सन्- 1432, मु. मास- रबिलाखर, तारीख- 21,नक्षत्र- पूर्वाषाढ़ा रात्रि 10.26 पश्चात उत्तराषाढ़ा, योग- परिध मंगलरात्रि 5.36 पश्चात शिव,सूर्योदयकालीन करण- तैतिल, चन्द्रमा- धनु राशि से मकर...
>ग्रहण आ रहा है - 2011----प्रकार दिनांक समय (जी.टी.) सूर्य चंद्रमाआंशिक सौर 2011/01/04 ...
>March 27, 2011:Sunday, Krishna Navami (whole day), Poorvashadha till 22:25, Parigha yoga till 5:35*, Taitula karana till 18:14, RahuK: 16:52* - 18:22*, GulikaK: 15:22* - 16:52*, YamaG: 12:22* - 13:52*, Sunrise at 6:20*, Sunset at 18:32, Moonrise at 2:29*, Moonset...
>वास्तु अनुसार कहाँ हो बाथरूम... उत्तर-पूर्व में रखें पानी का बहाव बाथरूम यह मकान के नैऋत्य; पश्चिम-दक्षिण कोण में एवं दिशा के मध्य अथवा नैऋत्य कोण व पश्चिम दिशा के मध्य में होना उत्तम है। वास्तु के अनुसार, पानी का बहाव उत्तर-पूर्व में रखें। जिन घरों में बाथरूम में गीजर आदि की व्यवस्था है, उनके लिए यह और जरूरी...

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