बुध व गुरु ग्रह की शान्ति के उपाय------एस्ट्रो वास्तु
ग्रहों के अनुकुल फल प्राप्त करने के लिये संबन्धित ग्रह की शान्ति के उपाये किये जाते है. अन्य कारणों से भी ग्रहों की शान्ति करानी आवश्यक हो जाती है. जैसे:- गण्डमूळ, गण्डान्त, अभुक्तमूल
इन अशुभ नक्षत्रों में जन्म होने पर इस अशुभता को दूर करने के लिये उपाय करने पड्ते है....
केतु का प्रत्येक भाव के लिए उपाय .............एस्ट्रो वास्तु
आमतौर पर वैदिक ज्योतिष में जब ग्रह कमजोर या अशुभ स्थिति मे़ होता है तो उसका उपाय किया जाता है.
परन्तु लाल किताब के अनुसार ग्रह चाहे शुभ स्थिति में हो या अशुभ उसका उपाय करने से जहाँ उसके फल में स्थायित्व रहता हें, वही दूसरी तरफ अशुभ ग्रह का उपाय...
कुण्डली के कौन से योग प्रेम विवाह की संभावनाएं-----एस्ट्रो वास्तु
प्रेम विवाह करने वाले लडके व लडकियों को एक-दुसरे को समझने के अधिक अवसर प्राप्त होते है. इसके फलस्वरुप दोनों एक-दूसरे की रुचि, स्वभाव व पसन्द-नापसन्द को अधिक कुशलता से समझ पाते है. प्रेम विवाह करने वाले वर-वधू भावनाओ व स्नेह की प्रगाढ डोर से बंधे होते है. ऎसे...
विवाह एवं वैवाहिक जीवन के विषय में ग्रहों की स्थिति काफी कुछ बताती है.सप्तम भाव को विवाह एवं जीवनसाथी का घर कहा जाता है.इस भाव एवं इस भाव के स्वामी के साथ ग्रहों की स्थिति के अनुसार व्यक्ति को शुभ और अशुभ फल मिलता है.
शनि देव की भूमिका विवाह के विषय में क्या है आइये देखें.
विवाह में सप्तम शनि...
वास्तु के प्राचीन शास्त्रों में उल्लेख किया गया है कि निर्माण के लिए भूमि का चयन करते समय मिट्टी के स्वरूप की परख अवश्य की जाए। अन्य पहलुओं के साथ-साथ वह भी महत्वपूर्ण कारक है। वास्तु में मिट्टी को उसके रंग, स्वाद और महक के आधार पर चार श्रेणियों में बांटा गया है- ब्राह्मण , क्षत्रिय , वैश्य व...
बृहस्पति और शुक्र दो ग्रह हैं जो पुरूष और स्त्री का प्रतिनिधित्व करते हैं.मुख्य रूप ये दो ग्रह वैवाहिक जीवन में सुख दु:ख, संयोग और वियोग का फल देते हैं.
बृहस्पति और शुक्र दोनों ही शुभ ग्रह हैं .सप्तम भाव जीवन साथी का घर होता है .इस घर में इन दोनों ग्रहों की स्थिति एवं प्रभाव के अनुसार विवाह एवं...
मंगल उष्ण प्रकृति का ग्रह है.इसे पाप ग्रह माना जाता है.????----Astro Vastu--
विवाह और वैवाहिक जीवन में मंगल का अशुभ प्रभाव सबसे अधिक दिखाई देता है...?????
मंगल दोष जिसे मंगली के नाम से जाना जाता है इसके कारण कई स्त्री और पुरूष आजीवन अविवाहित ही रह जाते हैं.इस दोष को गहराई से समझना आवश्यक है ताकि इसका भय दूर हो...
29 मार्च, 2011: मंगलवार, जब तक 8:22 Dasami कृष्णा,
* 02:46 Sravanam तक, 6:11 * तक सिद्ध योग,
जब तक 8:22 करण Vishti, जब तक 21:19 करण बावा,
RahuK: 13:49 GulikaK: YamaG, 12:19: 15:19-16:49 - 9:19-10:49,
18:33 पर सूर्योदय पर 6:18 सूर्यास्त, *,
* 03:49 Moonrise पर, 14:10 पर Moonset,) दिन में चंद्रमा मकर (पूरी)
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March 29, 2011: ...
वास्तुदोष और उसके परिणाम-------------
दक्षिण नैॠत्य द्वार - घर की स्त्री को हानि
उत्तर- ईशान का द्वार - पूर्ण सुख व उन्नति का आधार
पश्चिम का द्वार - सुख व कुशलता का द्वार
पूर्व का द्वार -शुभता की मुख्य भेंट
उत्तर में द्वार बनायो - सुख को भी मार्ग दिखाओ
पूर्व की ऊँची दीवार - स्वास्थ्य सदा रहे खराब
पश्चिम में टेडी दीवार - अनिष्ट की...
राहु का चमत्कार----
भारत ही वह देश है जहाँ सर्प को देखकर हाथ जो़डे जाते हैं। देवता के रूप में उसकी प्रतिष्ठा की जाती है, जिसका प्रमाण नागपंचमी का पर्व है। नींव पूजन के समय चाँदी का नाग-नागिन का जो़डा स्थापित कर घर के स्थायित्व की कामना की जाती है। इस विश्वास का आधार यह माना जाता है कि यह...