Home JYOTISH Page 223

JYOTISH

वास्तु के नियम--- कहावत है कि आधा भाग्य मनुष्य का और आधा भाग्य रहने वाले स्थान का काम करता है,अगर किसी प्रकार से मनुष्य का भाग्य खराब हो जावे तो रहने वाले घर का भाग्य सहारा दे देता है,और जब घर का भाग्य भी खराब हो और मनुष्य का भाग्य भी खराब हो जावे तो फ़िर सम्स्या पर समस्या आकर...
दोषी ज्योतिषी या ज्योतिष पूँछने वाला ???? एक महिला ने अमेरिका से अपनी बच्ची की जन्म तारीख भेजी और जानना चाहा कि इसकी कुंडली में कोई दोष है क्या ? मैने कुंडली देखी और जबाब जैसा लिखता आया हूँ वैसा लिख दिया कि इस बच्ची का शनि अच्छा है और काम करने के बाद सीखने वाली लडकी है,शिक्षा मे थोडा...
शरीर पर तिल मस्से और उनका प्रभाव---- शरीर पर प्रकृति द्वारा बनाये निशान अपने आप व्यक्ति की आदतों और उसके अन्दर वाली भावनाओं को प्रदर्शित करने के लिये पुराने जमाने से मानी जाती हैं। सिर से लेकर पैर तक प्रकृति अपना कोई न कोई निशान बना ही देती है और जानने वाले लोग उस निशान से व्यक्ति की आदत और...
मकान की सीढी---- वास्तु के द्वारा मकान बनाने पर सीढी का उपयोग दूसरी या तीसरी मंजिल पर जाने अथवा छत पर जाने के लिये किया जाता है,अधिकतर मकानों में सीढी लेंटर से ही बना ली जाती है और बाद में उसे ईंटों या चौकोर आयताकार पत्थरों के टुकडों से बना लिया जाता है। अधिकतर मकानों में लकडी की सीढी भी...
पानी और हमारा घर---- घर को बाद में बनवाया जाता है पहले पानी की व्यवस्था देखी जाती है। आजकल कम से कम लोग ही प्राकृतिक पानी का उपयोग करते है पानी अधिकतर या तो सरकारी स्तोत्रों से सुलभ होता है या फ़िर अपने द्वारा ही बोरिंग आदि करवाने से प्राप्त होता है। भारत में पानी के लिये हिमाचल काश्मीर और...
वास्तु और एक्वेरियम (मत्स्य ऊर्जा)--- मछली को हमेशा से शुभ माना गया है। भाग्य के अनुसार जब किसी दिशा से भाग्य की प्राप्ति नही होती है और लगता है कि भाग्य रुक गया है तो उस दिशा में कांच के बने एक्वेरियम को स्थापित किया जाता है और अपनी राशि के अनुसार विभिन्न प्रकार की मछलियों को पाला जाता है।...
चित्त भ्रम योग--- सभी सुख है लेकिन दिमाग में शांति नही है,भोजन भरपेट किया है,सोने के लिये बढिया सर्दी गर्मी से बचने का साधन है,सन्तान ठीक है,घर में कोई आफ़त भी नही है लेकिन दिमाग अशान्त है,रोजी रोजगार भी सही है,धन की भी कोई कमी नही है,हितू नातेदार रिस्तेदार सभी माफ़िक है,कोई बुराई नही कर रहा है लेकिन दिमाग फ़िर...
राहु मंगल का योग---- मंगल शक्ति का दाता है,और राहु असीमितिता का कारक है,मंगल की गिनती की जा सकती है लेकिन राहु की गिनती नही की जा सकती है।राहु अनन्त आकाश की ऊंचाई में ले जाने वाला है और मंगल केवल तकनीक के लिये माना जाता है,हिम्मत को देता है,कन्ट्रोल पावर के लिये जाना जाता है। अगर मंगल को राहु के...
सन्तान योग--- किस मनुष्य की कैसी सन्तान होती इस्का पता भी लगाया जा सकता है। जन्म कुण्डली में चलित नवमांश कारकांश के द्वारा जन्म योग है या नही इसका पता लगाना तो असंभव नही है तो कठिन अवश्य है। सन्तान सुख का विचार करने के लिये त्रिकोण यानी पहले पांचवे और नवे भाव तथा दूसरे ग्यारहवे भाव से सन्तान सम्बन्धी विचार...
हीन भावना को समाप्त करने का उपाय---- जगदीश पुर जिला सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश के एक पाण्डेय जी मेरे पास ज्योतिष के विषय में आते है,उनकी पत्नी भी उनके साथ आती है,पहले वे एक प्राइवेट फ़ैक्टरी में काम करते थे,तन्खाह भी बहुत कम थी,ऊपर से दो बच्चों का पालन पोषण कमरे का किराया सभी कुछ छोटी सी पगार में ही पूरा...

प्रख्यात लेख

मेरी पसंदीदा रचनायें

error: Content is protected !!