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आज की माँ, अम्मा, मम्मी------ तन को सजाना व्यर्थ है तेरा, यदि मन को नहीं सजाती । ब्यूटी पार्लर में जा-जा जाकर तुम, क्यों ? मातृत्व, सतीत्व, वात्सल्य की सूक्ष्म-शक्ति को गंवाती?? द्वारा - गुरुतत्व शिवोम्‌ तीर्थजी। क्या माँ, बहिन, बेटी, भाभी, बहू आदि को उपरोक्तानुसार सूक्ष्म-श्रृंगार मातृत्व, नारीत्व, वात्सल्य मिल सकता है ? कदापि नहीं । इसी के कारण घर, परिवार, समाज में ऋणात्मक-ऊर्जा का...
शनि, राहु और केतु : दोस्त या दुश्मन (तीन ग्रहों की त्रिवेणी, कुछ अच्छी-कुछ बुरी)---- शनि के अनुचर हैं राहु और केतु। शरीर में इनके स्थान नियु‍क्त हैं। सिर राहु है तो केतु धड़। यदि आपके गले सहित ऊपर सिर तक किसी भी प्रकार की गंदगी या खार जमा है तो राहु का प्रकोप आपके ऊपर मँडरा रहा है और...
लकी नंबर (भाग्यांक )से चु‍निए करियर ---- मूलांक यानी आपकी डेट ऑफ बर्थ या जन्मदिन। यदि होरोस्कोप न हो तो केवल इसके द्वारा भी आप अपनी वर्किंग फील्ड के बारे में जान सकते है और मनचाही सफलता हासिल कर सकते हैं। * यदि आप मूलांक 1 को रिप्रेजेंट करते है तो आपको डिजाइनर, टीम लीडर, फिल्म मेकिंग या नवीन इन्वेंशन...
सात सितारों के रूप में सप्तर्षि --तारा मंडल और सप्तर्षि-- आकाश में सात तारों का एक मंडल नजर आता है उन्हें सप्तर्षियों का मंडल कहा जाता है। उक्त मंडल के तारों के नाम भारत के महान सात संतों के आधार पर ही रखे गए हैं। वेदों में उक्त मंडल की स्थिति, गति, दूरी और विस्तार की विस्तृत चर्चा मिलती है।...
राशि के अनुसार देवता को मनाएँ : करियर चमकाएँ ---- अच्छा करियर सचमुच सभी की जरुरत होता है। यह लाइन सेफ हो जाए तो जीवन की आधी प्रॉब्लम दूर हो जाती है। क्या एस्ट्रो में भी ऐसे उपाय हैं जिनको करने से करियर बनाने में मदद मिल सके? आइए देखते हैं : कुंडली का दसवा भाव और दसवें...
हस्तरेखा से जानिए व्यक्ति का व्यव्हार--- मनुष्य की प्रकृति के विश्लेषण, अध्ययन एवं परीक्षण करने के जितने भी माध्यम हैं, उनमें हस्तरेखा विज्ञान यानी पॉमिस्ट्री का विशेष महत्व है। हाथ मनुष्य के आचरण व व्यवहार रूपी बक्से की चाबी है, जिसके भीतर प्रकृति ने प्रेरक शक्ति और उसकी उन अंतर्निहित क्षमताओं, गुणों एवं कार्यशक्ति को बंद किया हुआ है, जिनके...
लग्न के अनुसार मंत्र का जप -इष्ट को मनाएँ उनके ही मंत्र से--- इष्ट का बड़ा महत्व होता है। यदि इष्ट का साथ मिल जाए तो जीवन की मुश्किलें आसान होता चली जाती हैं। कुंडली में कितने भी कष्टकर योग हो, इष्ट की कृपा से जीवन आसान हो जाता है। अतः हर व्यक्ति को अपने इष्ट और उसके मन्त्र की...
कई बार जन्म कुण्डली न होने या जन्म समय, स्थान आदि की सही जानकारी न होने से कई आवश्यक बातों का पता नहीं चलता। ऐसे में मूलांक यानि अंक ज्योतिष सही आधार हो सकता है जिसके द्वारा आप कई समस्याओं का समाधान जान सकते हैं। मूलांक के आधार पर आप अपने भाग्योदय के वर्ष भी जान सकते हैं। इन वर्षों...
सोच-समझकर ही करवाएं शुभ मुहूर्त के चक्कर में सिजेरियन डिलीवरी---(शुभ मुहूर्त में 'जन्म' सेहत के लिए अशुभ-)-- नए साल में बेबी को जन्म देने की चाहत में एक पेशेंट ने डिलीवरी डेट को कम किया और आपरेशन के द्वारा बेबी को जन्म दिया। एक परिवार की चाह थी कि मैरीज एनिवर्सरी की डेट पर ही बच्चे का जन्म हो।...
आइये ईश्वर को जाने---पंडित सुरेश मिश्र ( Knowing God by Suresh Mishra)-- In this world, many beliefs exist about God. As a result, people understand God in their own way and often in their own imagination. But what is required is the understanding God as He is, what He is and how He is. The correct understanding about God has...

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