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कैसे होते हैं अरिष्ट योग -- कुंडली के त्रिक भाव से जानें शारीरिक कष्ट--- कुंडली में ग्रहों के बलाबल व स्थिति के अनुरूप बीमारियों के योग देखे जाते हैं। हालाँकि आजकल चिकित्सा क्षेत्र में प्रगति के चलते हर बीमारी का निदान संभव हो चला है अत: यदि कुंडली में अरिष्ट योग हो तो सावधानी रखकर कष्ट से बचा जा सकता है। 1....
रिश्ते और ग्रह-नक्षत्र --- ग्रह नक्षत्र हमारे आपसी रिश्ते-नाते पर क्या प्रभाव डालते हैं, इस संबंध में लाल किताब में बहुत ‍कुछ लिखा हुआ है। लाल किताब अनुसार प्रत्येक ग्रह हमारे एक रिश्तेदार से जुड़ा हुआ है अर्थात् कुंडली में जो भी ग्रह जहाँ भी स्थित है तो उस खाने अनुसार वह हमारे रिश्तेदार की स्थिति बताता है। 1. सूर्य...
Remedy For Excellent Education ---- Keep Saraswati Yantra on your Puja place and always pray or show Dhoop- deep to yantra for received Saraswati's blessings and grace. If you studying towards east or north to face studies good for excellent education. Study time you will wearing white or lite colors clothes its give you concentrated of your mind for excellent education. If...
कैसी है आपकी जीवन रेखा------ हाथों की रेखाओं द्वारा हम अपने भविष्य के बारे में जान सकते हैं। जीवन में होने वाली ऊँच-नीच, बीमा‍री, आपकी उम्र आदि के बारे में आसानी से सबकुछ पता चल सकता है। आपके हाथों की रेखाएँ आपके जीवन में आनेवाली मुसीबतों को पहले से आगाह करके हमें संभलने के मौका देते है। - जिस जातक की...
हाथों की बनावट से जानें स्वभाव--मोटे हाथ वाले होते हैं आरामपसंद--- किसी भी व्यक्ति के साथ जब तक कुछ समय न बिताया जाए, उसके स्वभाव का अनुमान लगाना संभव नहीं होता। जन्मकुंडली से मनुष्य का खाका अवश्य खींचा जा सकता है, मगर यदि जन्मकुंडली न हो तो केवल हाथों का अवलोकन करें और जान लें कि व्यक्ति आपके लिए लाभदायक...
यदि मन भटकता है तो, सोमवार को अपनाएं ये टिप्स---Eeshay Sansthan ज्योतिष शास्त्र के अनुसार एक मात्र चंद्र ऐसा ग्रह है तो बहुत तेज गति से चलता है। चंद्र मात्र ढाई दिन ही एक राशि में रुकता है। इसके चंचल स्वभाव के कारण इसे मन का देवता भी कहा जाता है। चंद्र हमारे मन को पूरी तरह प्रभावित करता है।...
बुध रेखा और आपका भाग्य ---- सामुद्रिक शास्त्र समुद्र के समान अथाह सागर है। इसमें जो जितना पारंगत होता है, वो उतना ही जान पाता है। हाथ की रेखाएँ सदैव एक समान नहीं रहतीं। यह रेखाएँ बनती-बिगड़ती रहती हैं, अतः भविष्य कथन में परिवर्तन आता रहता है। स्वच्छ सीधी रेखाएँ जहाँ उत्तम स्वास्थ्य को दर्शाती हैं, वहीं प्रगति में भी...
सूर्य पर्वत से जानें यश और पराक्रम--हथेली के पर्वत बताते हैं स्वभाव---- हथेली पर पर्वतों की स्थिति अलग-अलग स्थानों पर बनती है। हथेली में गुरु, शनि, सूर्य, बुध अँगुली के निचले हिस्से में रहते हैं, वहीं मंगल तर्जनी व अँगूठे के मध्य, शुक्र पर्वत अँगूठे के नीचे, चंद्र पर्वत कनिष्ठिका अँगुली के नीचे व कलाई के ऊपर वाले भाग में...
समाज सेवा योग से चमकाएं किस्मत ::--- सामान्यत: यंग एज और सोशल सर्विस एक नदी के दो किनारे समझे जाते हैं। युवावस्था को प्राय: करियर से जोड़कर ही देखा जाता है और जब सारे सपने साकार हो जाते हैं, जीवन में सबकुछ मिल जाता है तब रिटायरमेंट के रूप में सोशल सर्विस की ओर रूख किया जाता है। मगर क्या...
कुंडली बताती हे दुर्घटना योग (एक्सीडेंट के कारण) --- युवावस्था यानी जोश-खरोश, एडवेंचर और ढेर-सी रिस्क लेना- नया पहनने-ओढ़ने के साथ तेज रफ्तार से वाहन चलाना यह सभी प्रमुख शौक होते हैं। नए से नया वाहन लेना यह हरेक का सपना होता है मगर क्या चाहने भर से या केवल सपना देखने से वाहन सुख मिलता है। नहीं! वाहन सुख...

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