आज का पंचांग एवं राशिफल--(09 जून 2011,गुरुवार)-----
09 जून 2011, गुरुवार---ज्येष्ठ 19, शक संवत 1933। ज्येष्ठ शुक्ल 8, विक्रम 2068। सौर ज्येष्ठ मास की 26 प्रविष्टे। रज्जब 6, हिजरी 1432, इसके अनुसार तारीख 9 जून 2011 ईस्वी। दिन गुरुवार। उत्तरायण। ग्रीष्म ऋतु। राहु काल दोपहर 1 बजकर 30 मिनट से 3 बजे तक। अष्टमी तिथि शाम 6 बजकर 32 मिनट...
किस' से कम होता है वजन....सेक्स है अचूक इलाज कई रोगों का---
आप शीर्षक पढ़कर चौंक गए होंगे कि भला सेक्स भी रोगों की दवा हो सकता है? इसमें चौंकने की कोई बात नहीं है। डॉक्टरों व वैज्ञानिकों ने शोध करके यह पता लगाया है कि सेक्स अनेक रोगों की दवा भी है। जहाँ जीवन में सेक्स एक-दूजे के बीच...
वास्तुदोष के कारण स्वामी रामदेव जी के भविष्य की राह कठिन---वास्तुगुरू कुलदीप सलूजा
वास्तु के प्राचीन ग्रंथों के अनुसार जब भाग्य अच्छा हो और वास्तु खराब हो, तब भी व्यक्ति जीवन में सफलता प्राप्त करता है, पर यह सफलता काफी मेहनत व कठिनाईयों के बाद मिलती है। भाग्य अच्छा हो और वास्तु भी अच्छा हो,तब व्यक्ति जीवन में खूब सफलताएं...
ज्योतिर्विदो के अनुभव के आधार पर रत्नों के धारण करने के सम्बन्ध में कुछ रेडीमेड फोर्म्युला
१)शीघ्र विवाह हेतु -: स्त्री हो तो लाल मूंगा और पिला पुखराज धारण करे ,पुरुष हो तो मोती और श्वेत पुखराज .
२) नोकरी में पदोन्नति-: हरा पन्ना ,पिला पुखराज तथा लाजव्रत
३)दुर्घटना ,हत्या प्रयास ,अकाल मृत्यु ,गंभीर सर्जरी ,आदि से बचाव हेतु -: लाल मूंगा...
टाइम को टाइम पर करें कंट्रोल----
आज के समय में विद्यार्थीयों के लिए सबसे महत्वपूर्ण है, समय का प्रबंधन क्योंकि विद्यार्थी जीवन के दौरान व्यतीत किया हुआ प्रत्येक सेकण्ड आने वाले समय में कई गुना परिणाम देने वाला होता है। जो विद्यार्थी क्षण-क्षण का उपयोग करते है, वे अपने जीवन में हमेशा सर्वश्रेष्ठ मुकामों को हासिल करते है। समय निरंतर...
टीन एज में पिंपल्स से कैसे बचें-----
टीन एज में मुंहासों की समस्या बार-बार उभरे तो खुर्फा के बीजों को पीसकर इनमें दूध मिलाएं और मुंहासों पर इस लेप को लगाएं, कुछ समय बाद चेहरा धो लें।
अपनी त्वचा को धूप की किरणों से बचाकर रखें।
पर्याप्त मात्रा में पानी पिएँ और आम, भिंडी, फूल गोभी, काजू तथा मूंगफली के सेवन से...
माध्यमिक तंत्र-साहित्य---खींवराज शर्मा
माध्यमिक तंत्र-साहित्य
प्राचीन आगमों या तंत्रों का नामनिर्देश अन्यत्र किया गया है। यहाँ माध्यमिक तंत्र साहित्य के विषय में बताया गया है।
देवताओं के उपासनासंबंध से तंत्र का भेदनिरूपण संक्षेप में कुछ इस प्रकार होगा-
1. काली (भैरव; महाकाल) के नाना प्रकार के भेद हैं, जैसे, दक्षिणाकाली, भद्रकाली। काली दक्षिणान्वय की देवता हैं। श्यमशान काली उत्तरान्वय की देवता हैं। इसके...
श्री कृष्ण भजन--
सौंप दिये मन-प्राण उसीको, मुखसे गाते उसका नाम ।
कर्माकर्म चुकाकर सारे चलते है अब उसके धाम ॥
इन्द्रियगण लेकर विषयोको मरा करें इच्छा-अनुसार ।
हम तो है अनुगत उसके ही, वही हमारा प्राणाधार ॥
प्रेम उसीके-से प्रेमिक बन, गाते सब उसका गुणगान ।
उसकी नासा पुष्प उसीके-से लेती नित उसकी घ्राण ॥
उसके प्राणोंकी व्याकुलता सब प्राणोंमें जाग रही ।
इसी हेतु बैठे...
Many pupils are there searching themselves in the lines... and have reached many levels in our physial body viz.above the levels of seven Chakkras ( 1. Mooladhar Chakkra, 2. Swathishthan Chakkra,3. Nabhi Chakkra, 4. Hridaya Chakkra 5. Kantha Chakkra, 6. Anjni Chakkra, 7. Bhomadhyaa Chakkra ), Mandals /Khanda Dhams viz. are (i] the Trikut , (ii) the Sunn, (iii)...
How to Deal with Eclipses---By Susan Miller
The following report will give you points to consider when you are preparing to undergo the experience of an eclipse. I have studied eclipses for years, for they are the most dramatic tools that the universe uses to create change. They are fascinating to watch because they always bring a twist that you...