ज्योतिष

अनिष्ट से बचाते हैं श्री गणेश के ये मंगल मंत्र--- लोक परंपराओं में भगवान श्री गणेश के अनेक नामों में चिंताहरण स्वरूप भी भी बहुत ही श्रद्धा और आस्था से पूजनीय है। चिंताहरण का सरल शब्दों में अर्थ है चिंता हरने वाले देवता। व्यावहारिक जीवन में झांके तो हर इंसान छोटी या बड़ी चिंताओं से घिरा रहता है, जो इंसान...
अनिष्ट से बचाते हैं श्री गणेश के ये मंगल मंत्र--- लोक परंपराओं में भगवान श्री गणेश के अनेक नामों में चिंताहरण स्वरूप भी भी बहुत ही श्रद्धा और आस्था से पूजनीय है। चिंताहरण का सरल शब्दों में अर्थ है चिंता हरने वाले देवता। व्यावहारिक जीवन में झांके तो हर इंसान छोटी या बड़ी चिंताओं से घिरा रहता है, जो इंसान...
श्री गणेश चालीसा------ ॥ दोहा ॥ जय गणपति सदगुणसदन, कविवर बदन कृपाल । विघ्न हरण मंगल करण, जय जय गिरिजालाल ॥ जय जय जय गणपति गणराजू । मंगल भरण करण शुभ काजू ॥ जै गजबदन सदन सुखदाता । विश्व विनायक बुद्घि विधाता ॥ वक्र तुण्ड शुचि शुण्ड सुहावन । तिलक त्रिपुण्ड भाल मन भावन ॥ राजत मणि मुक्तन उर माला । स्वर्ण मुकुट शिर नयन विशाला...
श्री गणेश चालीसा------ ॥ दोहा ॥ जय गणपति सदगुणसदन, कविवर बदन कृपाल । विघ्न हरण मंगल करण, जय जय गिरिजालाल ॥ जय जय जय गणपति गणराजू । मंगल भरण करण शुभ काजू ॥ जै गजबदन सदन सुखदाता । विश्व विनायक बुद्घि विधाता ॥ वक्र तुण्ड शुचि शुण्ड सुहावन । तिलक त्रिपुण्ड भाल मन भावन ॥ राजत मणि मुक्तन उर माला । स्वर्ण मुकुट शिर नयन विशाला...
***अति गोपनीय शिव मानस पूजा****** ------------------------------​----------------------- रतनै: कल्पितमासनं हिमजलै: च दिव्याम्बरं नाना रत्न विभूशोत्न मृग मादा मो दान्कितं चंदनम! जातीचम्पकबिल्वपत्ररचितं पुष्पं च धूपं तथा दीपं देव दयानिधे पशुपते हृकल्पितं गृह्याताम !!१!! हे दयानिधे! हे पशुपति! हे देव! यह रत्न निर्मित सिंहासन, शीतल जल से स्नान, नाना रत्नावलि विभूषित दिव्य वस्त्र, कस्तूरिकागन्धसमन्वित चन्दन, जूही, चम्पा और मानसिक ग्रहण कीजिये! सौवर्णे नव रत्न खण्ड रचिते पात्रे घृतं...
***अति गोपनीय शिव मानस पूजा****** ------------------------------​----------------------- रतनै: कल्पितमासनं हिमजलै: च दिव्याम्बरं नाना रत्न विभूशोत्न मृग मादा मो दान्कितं चंदनम! जातीचम्पकबिल्वपत्ररचितं पुष्पं च धूपं तथा दीपं देव दयानिधे पशुपते हृकल्पितं गृह्याताम !!१!! हे दयानिधे! हे पशुपति! हे देव! यह रत्न निर्मित सिंहासन, शीतल जल से स्नान, नाना रत्नावलि विभूषित दिव्य वस्त्र, कस्तूरिकागन्धसमन्वित चन्दन, जूही, चम्पा और मानसिक ग्रहण कीजिये! सौवर्णे नव रत्न खण्ड रचिते पात्रे घृतं...
श्रावण माह में किस राशि के व्यक्ति को किस पूजा सामग्री से शिव पूजा अधिक शुभ फल देती है।-प० राजेश कुमार हिन्दू धर्म की पौराणिक मान्यता के अनुसार सावन महीने को देवों के देव महादेव भगवान शंकर का महीना माना जाता है। इस संबंध में पौराणिक कथा है कि जब सनत कुमारों ने महादेव से उन्हें सावन महीना प्रिय होने...
श्रावण माह में किस राशि के व्यक्ति को किस पूजा सामग्री से शिव पूजा अधिक शुभ फल देती है।-प० राजेश कुमार हिन्दू धर्म की पौराणिक मान्यता के अनुसार सावन महीने को देवों के देव महादेव भगवान शंकर का महीना माना जाता है। इस संबंध में पौराणिक कथा है कि जब सनत कुमारों ने महादेव से उन्हें सावन महीना प्रिय होने...
भारती भारती भारती--- कवि कुलवंत सिंह भारती भारती भारती, आज है तुमको पुकारती . देश के युग तरुण कहाँ हो ? नव सृष्टि के सृजक कहाँ हो ? विजय पथ के धनी कहाँ हो ? रथ प्रगति का सजा सारथी . भारती भारती भारती, आज है तुमको पुकारती . शौर्य सूर्य सा शाश्वत रहे, धार प्रीत बन गंगा बहे, जन्म ले जो तुझे माँ कहे, देव - भू पुण्य है भारती...
भारती भारती भारती--- कवि कुलवंत सिंह भारती भारती भारती, आज है तुमको पुकारती . देश के युग तरुण कहाँ हो ? नव सृष्टि के सृजक कहाँ हो ? विजय पथ के धनी कहाँ हो ? रथ प्रगति का सजा सारथी . भारती भारती भारती, आज है तुमको पुकारती . शौर्य सूर्य सा शाश्वत रहे, धार प्रीत बन गंगा बहे, जन्म ले जो तुझे माँ कहे, देव - भू पुण्य है भारती...

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