ज्योतिष

वास्तु शास्त्र में ईशान कोण के शुभ -अशुभ लक्षण ईशान दिशा के अनुरूप भवन वास्तु का अर्थ है वास करने का स्थान। महाराज भोज देव द्वारा ग्यारहवीं शताब्दी में ‘समरांगण सूत्रधार’ नामक ग्रंथ लिखा गया था जो वस्तु शास्त्र का प्रमाणिक एवं अमूल्य ग्रथं है। वैसे वास्तु शास्त्र कोई नया विषय या ज्ञान नहीं है। बहुत पुराने समय से यह...
वास्तु शास्त्र में ईशान कोण के शुभ -अशुभ लक्षण ईशान दिशा के अनुरूप भवन वास्तु का अर्थ है वास करने का स्थान। महाराज भोज देव द्वारा ग्यारहवीं शताब्दी में ‘समरांगण सूत्रधार’ नामक ग्रंथ लिखा गया था जो वस्तु शास्त्र का प्रमाणिक एवं अमूल्य ग्रथं है। वैसे वास्तु शास्त्र कोई नया विषय या ज्ञान नहीं है। बहुत पुराने समय से यह...
वास्तु सम्मत पूर्व मुखी भवन./मकान---- पूर्वी दिशा में खाली स्थल वाला भवन स्वास्थ्य और आर्थिक दृश्टि से प्रगतिकारक होता है। पूर्वी दिशा में बने हुए मुख्य द्वार तथा अन्य द्वार भी सिर्फ पूर्वाभिमुखी हो तो शुभ परिणाम मिलते हैं। पूर्वी दिशा में कुंआ, बोरिंग, सैप्टिक टैंक, अंडर ग्राउंड टैंक, बैसमेंट का निर्माण करवाना चाहिए।वास्तु का अर्थ है वास करने का...
वास्तु सम्मत पूर्व मुखी भवन./मकान---- पूर्वी दिशा में खाली स्थल वाला भवन स्वास्थ्य और आर्थिक दृश्टि से प्रगतिकारक होता है। पूर्वी दिशा में बने हुए मुख्य द्वार तथा अन्य द्वार भी सिर्फ पूर्वाभिमुखी हो तो शुभ परिणाम मिलते हैं। पूर्वी दिशा में कुंआ, बोरिंग, सैप्टिक टैंक, अंडर ग्राउंड टैंक, बैसमेंट का निर्माण करवाना चाहिए।वास्तु का अर्थ है वास करने का...
इस माह(अगस्त,2011) के पर्व त्योहार---- कामदा एकादशी- 06 अगस्त भौमवती अमावस्या- 10 अगस्त हरियाली तीज- 12 अगस्त नाग पंचमी- 14 अगस्त तुलसी जयंती- 16 अगस्त पुत्रदा एकादशी- 20 अगस्त रक्षाबंधन- 24 अगस्त हलषष्ठी- 30 अगस्त श्री कृष्ण का साक्षात स्वरूप हैं गिरिराज गोव‌र्द्धन--- भगवान श्रीकृष्ण की लीला के साक्षी रहे गिरिराज गोव‌र्द्धन को संत और भक्त साक्षात श्रीकृष्ण का ही रूप मानते हैं। योगेश्वर श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा जिले के पश्चिमी क्षेत्र...
इस माह(अगस्त,2011) के पर्व त्योहार---- कामदा एकादशी- 06 अगस्त भौमवती अमावस्या- 10 अगस्त हरियाली तीज- 12 अगस्त नाग पंचमी- 14 अगस्त तुलसी जयंती- 16 अगस्त पुत्रदा एकादशी- 20 अगस्त रक्षाबंधन- 24 अगस्त हलषष्ठी- 30 अगस्त श्री कृष्ण का साक्षात स्वरूप हैं गिरिराज गोव‌र्द्धन--- भगवान श्रीकृष्ण की लीला के साक्षी रहे गिरिराज गोव‌र्द्धन को संत और भक्त साक्षात श्रीकृष्ण का ही रूप मानते हैं। योगेश्वर श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा जिले के पश्चिमी क्षेत्र...
Disclaimer-स्पष्टीकरण------ इस ब्लॉग पर प्रस्तुत लेख या चित्र आदि में से कई संकलित किये हुए हैं यदि किसी लेख या चित्र में किसी को आपत्ति है तो कृपया मुझे अवगत करावे इस ब्लॉग से वह चित्र या लेख हटा दिया जायेगा. इस ब्लॉग का उद्देश्य सिर्फ सुचना एवं ज्ञान का प्रसार करना है this blog does not guarantee the accuracy or...
Disclaimer-स्पष्टीकरण------ इस ब्लॉग पर प्रस्तुत लेख या चित्र आदि में से कई संकलित किये हुए हैं यदि किसी लेख या चित्र में किसी को आपत्ति है तो कृपया मुझे अवगत करावे इस ब्लॉग से वह चित्र या लेख हटा दिया जायेगा. इस ब्लॉग का उद्देश्य सिर्फ सुचना एवं ज्ञान का प्रसार करना है this blog does not guarantee the accuracy or...
आदरणीय रामेन्द्र प्रताप सक्सेना जी(लखनऊ वाले-09598874243;;;09415087497;;;;) नमस्कार, महोदय, प्रभु जी वेसे तो हम आपको जानते नहीं..किन्तु आपने मर्यादा का उल्लंघन किया हे...बिना किसी मतलब /जानकारी आप कुछ भी लिखते जा रहे हो..आपको क्या पता हे हमारे बारे में.???? जो इतना उलुल-जुलूल लिख रहे हे आप..???क्या जानते हे आप ..वेद.,,.वैदिक विद्या और शास्त्रों के बारे में..????आज जब इन सभी...
आदरणीय रामेन्द्र प्रताप सक्सेना जी(लखनऊ वाले-09598874243;;;09415087497;;;;) नमस्कार, महोदय, प्रभु जी वेसे तो हम आपको जानते नहीं..किन्तु आपने मर्यादा का उल्लंघन किया हे...बिना किसी मतलब /जानकारी आप कुछ भी लिखते जा रहे हो..आपको क्या पता हे हमारे बारे में.???? जो इतना उलुल-जुलूल लिख रहे हे आप..???क्या जानते हे आप ..वेद.,,.वैदिक विद्या और शास्त्रों के बारे में..????आज जब इन सभी...

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