टैरो कार्ड : भविष्य जानने की आकर्षक विधा-----
क्या है टैरो कार्ड रीडिंग????
टैरो वास्तव में चित्रों के माध्यम से भविष्य जानने की कला है। जिस तरह से हाथों की रेखाओं या कुंडली के द्वारा ज्योतिष शास्त्र में भविष्य जाना जाता है। उसी तरह यह विधा संकेत, चित्र, अंक,रंग ज्योतिष तथा पाँच तत्व जल, अग्नि, वायु, पृथ्वी और आकाश आदि के...
चिकित्सकीय ज्योतिषशास्त्र..( MEDICAL ASTROLOGY)--
प्राचीन समय में सभी पीयूषपाणि आयुर्वेदीय चिकित्सक ज्योतिषशास्त्र के ज्ञाता होते थे और वे किसी भी गम्भीर रोग की चिकित्सा से पूर्व ज्योतिष के आधार पर रोगी के आयुष्य (Life span) तथा साध्यासाध्यता (Prognosis) का विचार किया करते थे। जिसका आयुष्य ही नष्ट हो चुका है उसकी चिकित्सा से लाभ ? ‘‘श्रीमददेवीभागवत’’ महापुराण में एक कथा...
चिकित्सकीय ज्योतिषशास्त्र..( MEDICAL ASTROLOGY)--
प्राचीन समय में सभी पीयूषपाणि आयुर्वेदीय चिकित्सक ज्योतिषशास्त्र के ज्ञाता होते थे और वे किसी भी गम्भीर रोग की चिकित्सा से पूर्व ज्योतिष के आधार पर रोगी के आयुष्य (Life span) तथा साध्यासाध्यता (Prognosis) का विचार किया करते थे। जिसका आयुष्य ही नष्ट हो चुका है उसकी चिकित्सा से लाभ ? ‘‘श्रीमददेवीभागवत’’ महापुराण में एक कथा...
कहाँ हो गृहस्वामी का सोने का कमरा..???
शयन मनुष्य की एक अतिआवश्यक क्रिया हैं । शयन मनुष्य को सुकुन एवं ताजगी प्रदान करता हैं यदि मनुष्य ठीक प्रकार से नहीं सो पाता तो उसे अनेक प्रकार के रोग घेर लेते हैं और वह कार्य करने में अपनी पुरी क्षमता का उपयोग नहीं कर पाता हैं । गृहस्वामी का शयनकक्ष दक्षिण-पश्चिम...
कहाँ हो गृहस्वामी का सोने का कमरा..???
शयन मनुष्य की एक अतिआवश्यक क्रिया हैं । शयन मनुष्य को सुकुन एवं ताजगी प्रदान करता हैं यदि मनुष्य ठीक प्रकार से नहीं सो पाता तो उसे अनेक प्रकार के रोग घेर लेते हैं और वह कार्य करने में अपनी पुरी क्षमता का उपयोग नहीं कर पाता हैं । गृहस्वामी का शयनकक्ष दक्षिण-पश्चिम...
आपका शयन कक्ष कहां हो ..???
शयन कक्ष का सम्पूर्ण भवन में महत्वपूर्ण स्थान रहता हैं । गृह स्वामी जब भवन का निर्माण करवाता हैं तो दिशा का चुनाव वास्तु आधार पर करना चाहिए । शयन कक्ष का निर्माण एवं उसको व्यवस्थित करते समय वैज्ञानिक तथ्यों एवं वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करना चाहिए, जिससे भवन में गृह-स्वामी और...
आपका शयन कक्ष कहां हो ..???
शयन कक्ष का सम्पूर्ण भवन में महत्वपूर्ण स्थान रहता हैं । गृह स्वामी जब भवन का निर्माण करवाता हैं तो दिशा का चुनाव वास्तु आधार पर करना चाहिए । शयन कक्ष का निर्माण एवं उसको व्यवस्थित करते समय वैज्ञानिक तथ्यों एवं वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करना चाहिए, जिससे भवन में गृह-स्वामी और...
वास्तु और आपका शयन कक्ष --
आपका शयन कक्ष कैसा हो ????
शयन कक्ष का सम्पूर्ण भवन में महत्वपूर्ण स्थान रहता हैं । गृह स्वामी जब भवन का निर्माण करवाता हैं तो दिशा का चुनाव वास्तु आधार पर करना चाहिए । शयन कक्ष का निर्माण एवं उसको व्यवस्थित करते समय वैज्ञानिक तथ्यों एवं वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करना चाहिए,...
वास्तु और आपका शयन कक्ष --
आपका शयन कक्ष कैसा हो ????
शयन कक्ष का सम्पूर्ण भवन में महत्वपूर्ण स्थान रहता हैं । गृह स्वामी जब भवन का निर्माण करवाता हैं तो दिशा का चुनाव वास्तु आधार पर करना चाहिए । शयन कक्ष का निर्माण एवं उसको व्यवस्थित करते समय वैज्ञानिक तथ्यों एवं वास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करना चाहिए,...
वास्तु एवं विज्ञान----
संसार वास्तव में ईश्वर का आभास हैं और यह आभास इस कारण उत्पन्न होता हैं कि हमने अज्ञानता वश संसार को सत्य समझ लिया हैं जो क्षण भंगुर है और प्रत्येक क्षण परिवर्तनीय हैं। यह कदापि सत्य नहीं हो सकता। सत्य होने की एक मात्र शर्त यह हैं कि मनुष्य माया में लिप्त न हो। यह...