ज्योतिष

जानिए कैसे करें श्री बटुक भैरव की आराधना - ✍🏻✍🏻🏻🏻 भय से छुटकारा पाने के लिए जरूर करें श्री बटुक भैरव के इन 21 अक्षरों के मंत्र का जाप।   दरअसल भैरव के तीन रूप हैं- बटुक भैरव, स्वर्णाकर्षण भैरव और काल भैरव | इनमें से बटुक भैरव सतोगुणी हैं | बटुक भैरव जी को बेसन के लड्डू का भोग लगता है |...
ऋण मुक्ति एवं लक्ष्मी प्राप्ति के लिए उपाय.. आइये जाने कब होगी ऋण मुक्ति----(गोचरवश) कर्ज लेने की आदत व्यक्ति को परमुखापेक्षी बना देती है। अगर आप भी कर्ज के बोझ तले दबे हैं, तो चिंतित न हों। शास्त्रों में इसके उपायों की व्याख्या दी हुई है। जरूरत पडने पर हम प्राय: कर्ज लेते हैं। कर्ज जल्दी से जल्दी चुक जाए, इसके लिए...
--   जाने और समझें पितृदोष से मुक्ति के अचूक उपाय    - पितृऋण क्या है? *पितृऋण का अर्थ पूर्वज और पिता का ऋण। पिता के द्वारा ही हमें यह जन्म मिला है। यह ऋण हमारे पूर्वजों का माना गया है।  यह पितृऋण भी कई प्रकार का होता है जिसका नीचे उल्लेख किया गया है। पितृदोष क्या है? *ज्योतिषीयों अनुसार पितृदोष कई प्रकार का होता है।...
भोजन द्वारा करें अपने ग्रहों को बलवान-- नवग्रहों को STRONG करता है इस तरह का खाना  लेकिन जिन लोगों के ग्रह नीच के हो वह उस ग्रह के दिन उस चीज का सेवन ना करें तो बेहतर होगा सूर्य- रवि की अनुकूलता के लिए व्यक्ति को अपने आहार में केसर, गेहूं, आम सहजन की फली, चिकने पदार्थ तथा शहद का उपयोग...
समझें विष योग - चांडाल योग को                                  विषयोग चन्द्र शनि की युति दृष्टि सम्बन्ध से बनने वाला योग है तो चांडाल योग बृहस्पति के साथ राहु/केतु की युति होने से बनने वाला योग है।यह दोनों ही योग अशुभ है लेकिन अशुभ होने पर इन दोनों...
समझें ज्योतिष विज्ञान में शनि और केतु का प्रभाव एवम संयोग  🏻🏻🏻🏻  ज्योतिषशास्त्र में सबसे दुर्लभ संयोग में से एक शनि और केतु एक साथ एक ही चिन्ह में बैठे हैं क्योंकि दोनों ग्रह धीमे गति से चल रहे हैं इसलिए यह दुर्लभ संयोग 10 से 11वर्ष में एक बार होता है। केतु जब एक राशि पर स्थित होता है तो...
केतू -- केतु का जीवन पर क्या प्रभाव ?।  केतू क्यों रहस्यमई है  🏻🏻🏻🏻 केतु के बुरे असर को कम करते हैं ये 8 आसान उपाय -- अनुभव आया है कि राहू हमारा पूर्व जन्म का हिसाब लेकर आता है । तीसरे छटे ग्यारवें घर का राहू शुभ फल दायक होता है ओर कन्या या मिथुन का हो ओर जादा शुभ फल देता है...
जानिए जून 2020 महीने के दौरान ग्रह गोचर और प्रभाव : 🏻🏻🏻🏻 बुध ग्रह मिथुन राशि में : --- वर्तमान समय में बुध ग्रह का गोचर मिथुन राशि में है, पूरे जून महीने में बुध ग्रह मिथुन राशि में ही गोचर करेंगे । इस दौरान 18 जून से 12 जुलाई दरमियान वक्री रहेंगे, और 20 जून से 15 जुलाई दरमियान अस्त रहेंगे...
निस्संतान योग.. 🏻🏻🏻🏻 यह जान लें कि जिस प्रकार विवाह बिना जीवन अधूरा है उसी प्रकार विवाह के उपरान्त सन्तान न होना एक अभिशाप है। समाज में रहते हुए वंश वृद्धि न हो तो लोग टोकने लगते हैं और हेय दृष्टि से देखते हैं। सन्तान वंश वृद्धि के लिए आवश्यक है। सन्तान की उत्पत्ति न हो या बहुत विलम्ब से हो तो वैवाहिक जीवन नीरस हो जाता...
5 जुलाई 2020 को चन्द्र ग्रहण – शिव चालीसा का पाठ करना रहेगा उत्तम--- ✍🏻✍🏻🏻🏻 5 जुलाई 2020 (रविवार) को सुबह 8 बजकर 37 मिनट से शुरु होगा और 11 बजकर 22 मिनट तक रहेगा। इस दिन धनु राशि  एवम पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र मे यह ग्रहण होगा। गुरु पूर्णिमा पर्व,आषाढ पूर्णिमा एवम सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा। पंडित दयानन्द शास्त्री जी ने बताया की...

प्रख्यात लेख

मेरी पसंदीदा रचनायें

error: Content is protected !!