जीवन-यात्रा

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TRAINING ON NEW SCIENTIFIC TECHNOLOGIES IN VAASTU-- BY- Mr. Ashok sachdeva-09820001660--- Vanue--Hotel karl Residency, Lallubhai Park, Andheri(west), Mumbai- Date- 15 April2011 - 17 April,2011 ( Three Dayes Training Programme)--- Entry Fee- 10,000/- rupees only---- THIS TRAINING IS ONLY FOR" VASTU EXPERTS" ONLY WHOSE VISION MAKE THEMSEF EXTREMELY GOOD IN REMIDIAL VASTU. YOU WILL HAVE SOLUTIONS TO EVERY VASTU PROBLEMS and YOU CAN VERIFY...
क्या आपकी अँगुलियों में है शुभ चक्र --- शुभ चक्र से सुधरें जीवन-चक्र--- हम सभी जानते हैं कि चक्र यानि गोल घेरा। यही चक्र जब हथेलियों में हो तो इसके अलग-अलग प्रभाव होते हैं। जिस व्यक्ति की अँगुली के सबसे ऊपर वाले पोर पर चक्र हो वह भाग्यशाली व धनवान होता है। ऐसे लोग जिसे भी अँगुली के इशारे से...
क्या कहती हे आपके हाथ की जीवन रेखा(लाइफ लाइन).---???? हाथ की रेखाओं से हमें कई बातों का संकेत मिलता है। हमारी हथेली में स्पष्ट रूप से दिखाई देने वाली रेखाओं में लाइफ लाइन का सबसे ज्यादा महत्व होता है। इसका ओरीजिन तर्जनी (फर्स्ट फिंगर) के नीचे से लेकर कलाई तक है। इसे ही पूर्ण आयु वाली रेखाGet Fabulous Photos of...
पूजा और प्रार्थना के प्रभाव--- कहते हैं प्रार्थना में बड़ी शक्ति होती है, इससे व्यक्ति अपने उन कार्यों को भी सिद्ध कर लेता है, जो उनको असंभव दिखाई देते हैं। । कोई इसे हिंदू समाज की परंपरा बता रहा है तो कोई प्रतिकूल ग्रहों की शांति के लिए आवश्यक उपाय। मंदिरों में अक्सर सूर्यास्त के बाद गोरज मुहूर्त में पीपल...
अँगूठे में छुपे कैसे-कैसे भेद ---- अँगूठा मानवीय चरित्र का प्रतीक है। अँगूठा वह धुरी है जिस पर संपूर्ण जीवन चक्र घूमता रहता है। सफलता दिलवाने वाला अँगूठा सुडौल, सुंदर और संतुलित होना चाहिए। उसकी इच्छा व तार्किक बुद्धि एक-दूसरे के पूरक होने चाहिए। चौकोर अँगूठे वाले व्यक्ति आक्रामक और शीघ्र काम करने वाले होते है। चपटे अँगूठे वाले व्यक्ति...
सभी जानते हैं कि नशा खराब है, इससे शरीर, मन, धन, परिवार सब कुछ दाँव पर लग जाता है, मगर फिर भी लोग विशेषकर युवा बुरी तरह से इसकी गिरफ्‍त में आ जाते हैं। आज हर दूसरा युवा किसी न किसी नशे को अपनाता है। प्रारंभ में शौक में किया गया नशा बाद में लत बनता जाता है और...
पुरुष कुण्डली में ग्रह फ़ल---- भाव सूर्य चन्द्र मंगल बुध गुरु शुक्र शनि राहु केतु 1st बहादुर सुखी घायल सुखी विद्वान सुखी दुखी बीमार अय्याश 2nd गरीब धनी ऋणी विद्वान धनी धनी निर्धन निर्धन पापी 3rd स्वस्थ सराहनीय साहसी विजयी पापी पापी साहसी साहसी बहादुर 4th दुखी सुखी दुखी सुखी सुखी सुखी दुखी घर में अशुभ दुखी 5th कम संतान बहुसंतान नि:संतान निकम्मी संतान प्रतापी बुद्धिमान संतान से कष्ट कुबुद्धि निर्बुद्धि 6th विजयी अल्पायु विजयी बीमार अय्याश रोगी विजयी बहादुर शक्तिवान 7th कुलटा स्त्री सुभार्या पत्नी से कष्ट धर्मात्मा सुभार्या अय्याश कुलटा स्त्री रोगी पत्नी कुभार्या 8th अल्पायु रोगी शरारती कलाकुशल अल्पायु आचारहीन नेत्ररोगी रोगी कलहकर्ता 9th अधर्मी धर्मी आचारहीन सुखी धर्मी तपस्वी अधर्मी वक्ता कुलपालक 10th बहादुर पितृहीन कटुवक्ता राजपुरुष अधर्मी स्त्रीपालक गरीब इज्जतदार पिता को कष्ट 11th धनी धनी धनी धनी धनी बुद्धिमान धनी विख्यात धनी 12th मूडी कामी कुभार्या गरीब कपटी रोगी दुखी कुजाति दु:स्वभाव
संक्षिप्त स्त्री कुन्डली में ग्रह-फ़ल---- House Sun Moon Mars Mercury Jupiter Venus Saturn Rahu Ketu 1st क्रोधी अल्पायु विधवा भाग्यवान परिव्रता सुखी बांझ नि:संतान दुखी 2nd गरीब धनी नि:संतान धनी धनी भाग्यवान दुखी गरीब कपटी चिंतित 3rd संतान अच्छी सुखी भाई नही संतान सहित अच्छे भाई धनी होशियार धनी रोगी 4th रोगी दुर्भागिन दुखी अच्छे घरवाली सुखी सुखी करुणावाली रोगी माता को कष्ट 5th पुत्र से दुखी अच्छी संतान नि:संतान समझदार कलाकुशल बहुसंतान नि:संतान नि:संतान संतान से दुख 6th सुखी रोगी स्वस्थ क्रोधी संकटवाली गरीब शिल्पी धनी धनी 7th दुखी पतिप्रिया विधवा पतिव्रता इज्जतदार पतिप्रिया विधवा दुखी पति से दुखी 8th विधवा दुखी चरित्रहीन कृतघ्न रोगी दुखी दुखी पति से दुखी दुखी 9th धार्मिक बेकार संतान शुभकार्य शिष्ट धनी आचारहीन दुष्कर्मा दुष्कर्मा चिन्तित 10th उच्चाभिलाषी धार्मिक बेकार संतान शुभकार्य सुशील धनी आचारहीन दुष्कर्मा आचारहीन 11th धनी कलाकुशल धनी पतिव्रता शिष्ट संतान अतिधनी शिष्ट संतान स्वस्थ भाग्यवान 12th क्रोधी अपंग पापिनी वैरागिन शुभव्यय शुभकार्य मूर्ख मक्कार बीमार
ज्योतिष: शास्त्र, कला या विज्ञान=(ज्योतिष एक सच, झूठ या कुछ और..)----- ज्योतिष विद्या भारत की बहुत सी महान उपलब्धियों में से एक है, लेकिन भारत में अब इस विद्या के जानकार को खोजना मुश्किल ही है। ऋग्वेद में ज्योतिष से संबंधित 30 श्लोक हैं, यजुर्वेद में 44 तथा अथर्ववेद में 162 श्लोक हैं। वेदों के उक्त श्लोकों पर आधारित आज...
पीडित् चन्द्र करता है मन को अवसाद ग्रस्त--- आधुनिक भागदौड के इस जीवन में कभी न कभी हर व्यक्ति डिप्रेशन अर्थात अवसाद का शिकार हो ही जाता है।. डिप्रेशन आज इतना आम हो चुका है कि लोग इसे बीमारी के तौर पर नहीं लेते और नजरअंदाज कर देते हैं। किन्तु ऎसा करने का परिणाम कभी कभी बहुत ही बुरा हो...

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