जीवन-यात्रा

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रुद्राक्ष और सेहत --- रुद्राक्ष तन-मन की बहुत सी बीमारियों में राहत पहुँचाता है। इसे पहनने से दिल की धड़कन तथा रक्तचाप नियंत्रण में रहता है। ऐसा कहा जाता है कि रुद्राक्ष धारण करनेवाले व्यक्ति को देर से बुढ़ापा आता है। रुद्राक्ष से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें--- * कभी भी किसी दूसरे व्यक्ति से अपना रुद्राक्ष नहीं बदलना चाहिए। * रुद्राक्ष हमेशा चाँदी,...
April 14, 2011: Thursday, Sukla Ekadasi till 22:41, Magha till 0:12*, Ganda yoga till 23:30, Vanija karana till 12:09, Vishti karana till 22:41, RahuK: 13:32* - 15:02*, GulikaK: 9:02* - 10:32*, YamaG: 6:02* - 7:32*, Sunrise at 6:00*, Sunset at 18:42, ...
कैसे पाएँ अच्छे गुरु का मार्गदर्शन--भारती पंडित- गुरु का जीवन में विशेष स्थान होता है। यदि योग्य गुरु का साथ मिल जाए तो उनके आशीर्वाद से जीवन के संघर्ष कम होते है। यश व उन्नति का मार्ग प्रशस्त होता है। गुरु अपने वचनों से हमारे मन की परेशानी कम करते हैं। लेकिन हर व्यक्ति को श्रेष्ठ गुरु का सुख मिले, यह...
आपकी कुंडली में सप्तम भाव---- (7th House in Your Kundli)---- ज्योतिषशास्त्र के अनुसार भाग्य बलवान होने से जीवन में मुश्किलें कम आती हैं, व्यक्ति को अपने कर्मों का फल जल्दी प्राप्त होता है. भाग्य का साथ मिले तो व्यक्ति को जीवन का हर सुख प्राप्त होता. यही कारण है कि लागों में सबसे ज्यादा इसी बात को लेकर उत्सुकता रहती...
ज्योतिष है वेदों का विज्ञान ---अनिरुद्ध जोशी 'शतायु' --- ऋग्वेद में ज्योतिष से संबंधित 30 श्लोक हैं, यजुर्वेद में 44 तथा अथर्ववेद में 162 श्लोक हैं। यूरेनस को एक राशि में आने के लिए 84 वर्ष, नेप्चून को 1648 वर्ष तथा प्लूटो को 2844 वर्षों का समय लगता है। हमारे सौर मंडल में सभी ग्रहों के मिलाकर 64 चंद्रमा...
मूहूर्त के अनुसार विवाह में वर्जित काल---- (Prohibited Duration For Marriage in Muhurat)---- वैवाहिक जीवन की शुभता को बनाये रखने के लिये यह कार्य शुभ समय में करना उतम रहता है. अन्यथा इस परिणय सूत्र की शुभता में कमी होने की संभावनाएं बनती है. कुछ समय काल विवाह के लिये विशेष रुप से शुभ समझे जाते है. इस कार्य के...
******पुराणों के अनुसार देवोपासना की कुछ विधियां!*---पवन तलहन ***** **************************************** नित्योपासना में दो प्रकार की पूजा बतायी गयी है--- १--मानसपूजा, २--बाह्यापूजा ! साधक को दोनों प्रकार की पूजा करनी चाहिये, तभी पूजाकी पूर्णता है! अपनी सामर्थ्य और शक्ति के अनुसार बाह्यपूजा के उपकरण अपने आराध्य के प्रति श्रद्धा-भक्तिपूर्वक निवेदन करना चहिये! शास्त्रों में लिखा है कि "वित्तशाठयं न समाचरेत" अर्थात देव-पूजानादि कार्यों में कंजूसी...
हे ईश्वर भाग्य विधाता कौन है ???? प्रभु ईश्वर कहते है -हर एक इंसान अपने भाग्य के बारे में जानना चाहता है। भाग्य विधाता माता-पिता होते है। जैसे माता-पिता होते है, वैसा संतान का भाग्य। ऋषियों ने जाना, समझा और इंसानो को समझाने का प्रयास किया है। प्रथम पिता गगनदेव, प्रथम माता...
New Exam pattern in India(Revised): 1. General students - Answer ALL questions. 2. OBC - WRITE ANY one question. 3. SC - ONLY READ questions. 4. ST - THANKS FOR COMING.. AND. 5. Gujjars- THANKS FOR ALLOWING OTHERS TO ATTEND THE EXAMINATION .. !! CHEERS TO RESERVATION......????
आज का राशिफल---(13 अप्रेल,2011)-- राशि फलादेश मेष--- अपने व्यवसाय को बढ़ाने के अवसर मिल सकेंगे। प्रतिष्ठित व्यक्तियों से संपर्क बनेगा। वृद्ध व्यक्तियों के स्वास्थ्य पर ध्यान दें। रचनात्मक कार्य होंगे। राशि फलादेश वृष--- आर्थिक लाभ के योग हैं। सहयोगियों का लाभ प्राप्त होगा। इच्छा की पूर्ति के योग। अच्छी महत्वाकांक्षा रखें। व्यापार में उन्नति होगी। राशि फलादेश मिथुन--- आवास संबंधी समस्या रह सकती है। अति...

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