********आइये बिज मन्त्रों की शक्ति को जाने***पवन तलहन—-***********
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क्रीं, श्रीं, ह्रौं, दूँ, ह्रीं, ऐं, गं, हूँ,ग्लौं, स्त्रीं, क्षौं, वं, –इसी प्रकार कई “बीज” हैं, जो कि अपने-आप में ही मन्त्र स्वरुप हैं!
शं, फ्रौं, क्रौं, दं, हं, वं, रं, लं, ज्ञं, भ्रं!
क्रीं —इसके चार-स्वर-व्यंजन हैं—
क=काली
र=ब्रह्म
ईकार=महामाया
अनुस्ववार=दुखहरण !
इस प्रकार “क्रीं ” बीज का अर्थ हुआ—ब्रह्न-शक्ति संपन्न महामाया काली मेरे दुखों का हरण करे!
श्रीं—
श=महालक्ष्मी
र= धन-ऐश्वर्य
ई=तुष्टि
अनुस्वार=दुखहरण!
नाद का तात्पर्य विश्वमाता है! इस प्रकार “श्रीं” बीज का अर्थ हुआ! धन-ऐश्वर्य संपत्ति, तुष्टि-पुष्टि की अधिष्ठात्री देवी लक्ष्मी मेरे दुखों का हरण करे!
ह्रौं—–
यह प्रसाद बीज है—
ह्र=शिव
औ=सदाशिव
अनुस्वार=दुःख हरण
ह्रौं बीज का अर्थ—शिव तथा सदाशिव कृपा कर मेरे दुखों का हरण करें!
दूँ——
डी=दुर्गा
ऊ= रखा
अनुस्वार=करना
मां दुएगे! मेरी रक्षा करो! यह दुर्गा बीज है!
ह्रीं– ह=शिव
र=प्रकृति
ई=महामाया
नाद= विश्वमाता, बिंदु= दुःख हर्ता!
शिव युक्त विश्वमाता मेरे दुखों का हरण करे!
ऐं——
ऐ=सरस्वती
अनुस्वार=दुःख हरण
हे माँ सरस्वती ! मेरे दुखों का, अविद्या का नाश कर!
सरस्वती जी का बीज मन्त्र है!
क्लीं —
क=कृष्ण
ल=इंद्र
ई=तुष्टिभाव
अनुस्वार=सुखदाता
कामदेव रूप श्रीकृष्ण मुझे सुख-सौभाग्य दें!
गं—–
गणपति बीज—
ग=गणेश
अनुस्वार= दुःख हर्ता
श्री गणेश मेरे विध्नों को, दुखों को दूर करें!
हूँ—-
ह=शिव
ऊ=भैरव
अनुस्वार=दुःख हर्ता
यह कूर्च बीज है!
इसका तात्पर्य यह है असुर-संहारक शिव मेरे दुखों का नाश करें!
ग्लौं—–
ग=गणेश
ल=व्यापक
औ =तेज
बिंदु=दुःख हरण
व्यापक रूप विध्नहर्ता अपने तेज से मेरे दुखों का नाश करें!
स्त्रीं—
स=दुर्गा
टी=तारण
र=मुक्ति
ई=महामाया
बिंदु=दुःख हर्ता
हे दुर्गा मुख्तिदाता, दुःख हर्ता, भवसागर-तारिणी महामाया मेरे दुखों का नाश करे!
क्षौं —
क्ष= नृसिंह
र=ब्रह्म
औ=ऊर्ध्वकेशी
बिंदु=दुःख हरण
नृसिंह बीज है! ऊर्ध्व केशी ब्रह्म स्वरुप नृसिंह भगवान मेरे दुखों को दूर करे!
वं—-
व्=अमृत
बिंदु=दुःख हरता
हे अमृत स्वरुप मेरे दुखों को दूर कर!
शं—शंकर बीज
फ्रौं –हनुमान बीज
क्रौं –काली बीज
दं–विष्णु बीज
हं–आकाश बीज
यं –अग्नि बीज
रं–जल बीज
लं–पृथ्वी बीज
ज्ञं –ज्ञान बीज और
भ्रं—भैरव बीज है!
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धन्यवाद..प्रतीक्षारत…
आपका अपना —
पंडित “विशाल” दयानन्द शास्त्री ..
. —.9669.90067 (M.P.)
—. (राजस्थान )
बड निक ग्यान अछि।