सूर्य दे सकता है जानलेवा बीमारियां—–ज्योतिषाचार्य अंजू कपूर
आप और हम सभी जानते हैं कि सूर्यदेव की कृपा से ये संसार चलता है… लेकिन यह बात बहुत की कम लोग जानते हैं कि दुनिया भर को रोशनी से उजाला करने वाला यही सूर्य ग्रह रुप में अगर आपकी कुंडली में गलत जगह पर बैठ गया तो आपको जानलेवा बीमारियां भी दे सकता है… यानि कि कुंडली में सूर्य राहू, केतू या शनि के साथ बैठ गए तो आपको दिल की बीमारी, आंखों की रोशनी जाना, हड्डी रोग, किसी भी अंग का ऑपरेशन, पेट रोग या फिर उंचाई से गिरने और आग से झुलसने जैसी पीडा भी दे सकता है….
ये सब हम आपको डराने के लिए नहीं कह रहे हैं… यह बताने के पीछे हमारा मकसद आपको सही जानकारी देना है… अगर आप डाक्टरों के चक्कर काट काट कर परेशान हो चुके हैं और जानलेवा बीमारियां आपका पीछा कर ही रही हैं, तो एक बार किसी विद्वान ज्योतिषाचार्य को अपनी जन्मकुंडली दिखाएं… क्योंकि आपकी कुंडली में सूर्य के साथ राहु, केतू और शनि का खराब तालमेल आपको ह्दयरोग भी दे सकता है… दिल की बीमारी के लोग अपनी कुंडली दिखाकर अपने खराब ग्रहों का उपाय करके इस परेशानी से बच भी सकते हैं… ये तो सभी जानते हैं कि सूर्य से हमारे शरीर को शक्ति मिलती है… लेकिन आज के जमाने में दिल की बढती बीमारी को सूर्य के कोप का ही असर माना जाता है… ज्योतिष के जानकारी हमेशा बताते हैं कि राहु और केतू अचानक अपना असर दिखाते हैं… ये ग्रह जैसे ही आपकी कुंडली में बैठे सूर्य के प्रभाव में आए… तभी हार्ट अटैक जैसी बीमारी आपके शरीर को प्रभावित कर देगी… लेकिन कुंडली देखकर यह भी बताया जा सकता है कि कौनसी बीमारी आपको किस उम्र में परेशान कर सकती है… ऐसे में ज्योतिष के सफल उपाय और ग्रहों और देवी देवताओं की पूजा अर्चना करने से आपको इस परेशानी से छुटकारा भी मिल सकता है… ऐसे में सूर्य देव की अराधना करना फायदेमंद होता है… इसके अलावा रत्नों के जरिए भी आप सूर्यदेव को शांत कर सकते हैं….
हम आपको यहां यह भी बता दें आपकी कुंडली में सूर्य की खराब स्थिति से आंखों की रोशनी जाना, अंधापन, हड्डी संबंधी रोग, शरीर के किसी भी हिस्से का ऑपरेशन होना, उंचाई से गिरने से चोट लगना जैसी बीमारियां या परेशानियां भी हो सकती है… इसलिए दर्शकों, हम आपको सावधान कर रहे हैं कि अगर इन में से आपको कोई बीमारी है… तो आप अपनी कुंडली जरुर एक बार किसी विद्वान को दिखा सकते हैं… एक बात और दर्शकों… सूर्य अग्नि का भी प्रतिनिधित्व करता है…. अगर आपकी कुंडली में अगर मंगल पर किसी अशुभ ग्रह की दृष्टि हो तो ये आपको जलने या झुलसने जैसी पीडा भी दे सकता है….
अगर आपकी कुंडली में सूर्य के साथ केतू बैठा है तो आपको किसी उंचाई से गिराने जैसा कष्ट दे सकता है… यहां तक कि ऐसी स्थिति में व्यक्ति की मृत्यु तक के योग बन जाते हैं… लेकिन डरने की बात नही… इसका भी इलाज संभव है… जहां सही जानकारी आपको बीमारियों के बारे में आगाह कर सकती है, वहीं ग्रह शांति के उपाय इन तकलीफों से आपको छुटकारा भी दिला सकते हैं…. यहां आपको फिर विस्तार से बता दें कि अगर किसी की कुंडली में सूर्य . राहु या शनि से दृष्ट हो तो ये रीढ की हड्डी खराब होना या हड्डियों संबंधी बीमारियां भी दे सकता है… दर्शकों यहां पहले मैं आपको सूर्य की खराब स्थिति की हालत में धारण किये जाने वाले रत्न के बारे में बता दूं…. इस हालत में पीडित व्यक्ति को माणिक्य धारण करना चाहिए…. ज्यादा से ज्यादा नारंगी रंग का इस्तेमाल करें… आपको यहां हम ये भी बता दें कि माणिक्य को कब धारण किया जाना चाहिए…. जब सूर्य कृतिका नक्षत्र में हो तभी माणिक्य धारण करना चाहिए….. इसके साथ साथ सूर्य के कुछ मंत्रों का जाप करके भी आप इन बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं…