>मैं तो किसी को भी अंगूठी पहना सकता हूं..?????
यह मेरा ख्याल नहीं है, बल्कि रत्न का व्यवसाय करने वाले एक व्यवसायी का अनुमान है। कुछ दिन पहले जयपुर के एक रत्न व्यवसायी का फोन आया। उसने मेरी पोस्ट पढ़ा, गंजे सर और साफे/ पगड़ी वाली फोटू देखी और मुझे ऊंचे स्तर का बाबाजी समझकर फोन ठोंक दिया। मेरी जिस फोटो ने पूरे जगत में सनसनी फैला रखी है, उसी फोटू के चक्कर में ये व्यवसायी महोदय भी आ गए।
काश, उन्हें पता होता कि मेरे मुंडाए हुए सिर के पीछे चोटी नहीं है।
खैर, मामला यह है कि रत्न व्यवसायी ने फोन किया और मेरा हालचाल पूछने के बाद मुझसे कहा कि मैं अपने क्लाइंट्स को जैम स्टोन कहां से दिलाता हूं। प्रश्न मेरे लिए नया था। अब तक तो मैंने इस बारे में कोई पंचायती नहीं की है, मेरा यह जवाब था। इस पर व्यवसायी ? महोदय ने मुझे अवगत कराया कि कुण्डली देखने से अधिक कमाई नहीं हो सकती जितनी कि जैम स्टोन के बिजनेस से हो सकती है। मुझे बताया गया कि मैं अपने तकरीबन हर ग्राहक को कोई न कोई जैम स्टोन पहना सकता हूं। चाहे उसे उसकी तात्कालिक जरूरत हो या न हो। यह सामान्य बात है लेकिन एक बिजनेसमैन मुझे ज्योतिष का धंधा सिखा रहा था। कुछ साल पहले मिला होता तो मैं निश्चय ही बड़ा हर्षित होता….
मेने उन महाशय को साफ मना कर दिया..में किसी भी जातक को रत्न/स्टोन/ जेम्स अनावश्यक / जबरजस्ती नहीं पहना सकता हु जी. मेरा फायदा मेरे पास/ यहाँ आने वाले के लाभ/फायदे में हे न की खुद के फायदे/ लाभ में..मेने ठीक किया था न..????? आप क्या कहते हे..??? मेरा मार्गदर्शन करे…..
मेरे इस जवाब से व्यवसायी महोदय निराश हो गए। कहां रत्नों वाले बाबाजी को टटोल रहे थे, बाकी की बात बेमन से खत्म कर उन्होंने फोन रख दिया, हां जल्द ही झालरापाटन आकर मिलने का वादा भी किया, लेकिन दो महीने से अधिक समय हो गया, न वे आए न उनका वापस फोन आया।
आदरणीय शास्त्री जी
अन्य लेखों की तरह यहां भी आपने मेरा लेख कॉपी कर रखा है, इसे भी हटाएं तो प्रसन्नता होगी।