वास्तु शास्त्र द्वारा मधुमेह का उपचार — विकास नागपाल
वास्तु शास्त्र मनुष्य की सभी प्रकार की समस्याएँ दूर करने में सक्षम है तो शुगर अर्थात मधुमेह को safaltक्यों नहीं? यह एक राजसी रोग है जिसका निदान वास्तु में उपलब्ध है.
आधुनिक दौड़ में अपने पीछे की सभ्यता को भी याद रखें जो सटीक व हमारे जीवन में शत प्रतिशत कारगर सिद्ध होती आई है. वास्तु शै रूप में जीवन की एक कला है, क्योंकि हर व्यक्ति का शरीर ऊर्जा का केंद्र होता है . जहाँ भी वह निवास करता है वहां की वस्तुओं की ऊर्जा अपनी होती है और वह मनुष्य की ऊर्जा से तालमेल रखने की कोशिश करती हैं. यदि उस भवन या स्थान की ऊर्जा उसके शरीर की ऊर्जा से ज्यादा संतुलित हो तो उस स्थान से विकास होता है, शरीर से स्वस्थ रहता है, सही निर्णय लेने में समर्थ होता है.
सफलता प्राप्त करने में उत्साह बढ़ता है ,धन की वृद्धि होती है , जिससे समृध्दी बढ़ती है ,यदि वास्तु दोष होनें से अत्यधिक मेहनत करने पर भी सफलता नहीं मिलती , वह अनेक व्याधियों व रोगों से दु:खी होने लगता है,, उसे अपयश तथा हनी उठानी पड़ती है.
बिलकुल स्पष्ट है की घर भवन का दक्षिण पश्चिम कोण में कुआँ, जल बोरिंग या भूमिगत पानी का स्थान मधुमेह बढता है.
दक्षिण पश्चिम कोण में हरियाली बगीचा या छोटे छोटे पौधे भी सुगर का कारण है.
घर, भवन का दक्षिण पश्चिम कोना बड़ा हुआ है, तब भी सुगर होता है.
यदि दक्षिण पश्चिम का कोना घर में सबसे छोटा या सिकुड़ा भी हुआ है तो संजो मधुमेह बढेगा इस्सलिये यह भाग सबसे ऊँचा रखे.
दक्षिण पश्चिम भाग में सीवर का गढ़ा होना भी सुगर को निमंत्रण देना है.
ब्रहम स्थान अर्थात घर का मध्य भाग भरी हो तथा घर के मध्य में आधिक लोहे का प्रयोग हो या ब्रहम भाग से सीडियां ऊपर की ओर ता रही हो तक समझ ले की सुगर का घर में आगमन होने जा रहा है. अर्थात दक्षिण पश्चिम भाग यदि आपने सुधर लिया तो काफी हद तक आप आसाद्य रोगों से मुक्त हो जायेंगे .
अपने बेडरूम में कभी भी भूल कर खन्ना मत खाएं .
अपने बेडरूम में जुटे, चप्पल नए या पुराने बिलकुल भी न रखे .
मिटटी के घड़े का पानी का इस्तेमाल करे तथा घड़े में रोज ७ तुलसी के पत्ते दल कर प्रयोग करें .
दिन में एक बार अपनी माँ का बना खाना जरुर खाएं
हर मंगलवार को अपने दोस्तों को मिष्ठान जरुर दें.
रविवार को बागवान सूर्य को जल दे कर बंदरों को गुड खिलें तो आप स्वयं अनुभव करेंगे की सुगर कितनी जल्दी जा रही है.
इशान कोण से साडी लोहे की साडी वस्तुए हटा लें. हल्दी की एक गांठ लेकर एक चमच्च से सिल पत्थर में घिस कर सुबह खली पेट पिने से मधुमेह से मुक्ति हो सकती है.