नव ग्रहों की शांति के सरल उपाय–by आचार्य सुशील अवस्थी “प्रभाकर”
नव ग्रहों की शांति के सरल उपाय:—–
कुंडली में जब भी कोई ग्रह अशुभकारी होता है तो वो ग्रह अपनी दशा तथा गोचर में जातक को कष्ट प्रदान करता है जिससे निजात पाने के अनेक तरीके विद्वानों ने बताये है जिनमे से प्रमुख जो मैंने लोगो को बताये और जिनसे लोगो को फायदा हुआ है उनके बारे में यहाँ वर्णन कर रहा हूँ :-
सूर्य:- माणिक्य, ताम्र पात्र, गेहूँ, लाल चन्दन, लाल वस्त्र, का रविवार को दान करना चाहिए! प्रतिदिन प्रात: काल सूर्य को जल देना चाहिए ! “ओम ह्रां हीं सः सूर्याय नमः” मन्त्र का जप करना चाहिए !
चंद्र:- मोती, चाँदी, चावल, दूध, श्वेत मोती, का दान सोमवार को करना चाहिए ! प्रतिदिन शिवलिंग पर दूध चढ़ाना
चाहिए ! “ओम श्रां श्रीं श्रौं सः चन्द्राय नमः” मन्त्र का प्रतिदिन जप करना चाहिए !
मंगल:- मूँगा, ताम्रपात्र, मसूर की लाल दाल, लाल मूँगा, का दान मंगलवार को करना चाहिए ! यदि मंगल अधिक अशुभकारी हो तथा दुर्घटना का भय हो तो खून (रक्त) का दान किसी अंजान जरूरतमंद को करना चाहिए !
“ओम क्रां क्रीं क्रों सः भौमाय नमः” मन्त्र का जप करना चाहिए !
बुध:- पन्ना, कांसा, मूँग हरा, का दान बुधवार को करना चाहिए ! बच्चो को हरे रंग की टॉफी या अन्य सामग्री का दान करना चाहिए ! गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए ! “ओम ब्रां ब्रीं ब्रों सः बुधाय नमः” मन्त्र का जप करना चाहिए !
गुरु:- पुखराज, सोना, चनादाल, पीली हल्दी, धार्मिक ग्रन्थ का दान गुरुवार के दिन विद्वान एवम सात्विक ब्राम्हण को करना चाहिए !
“ओम ग्रां ग्रीं ग्रों सः गुरुवै नमः” मन्त्र का जप करना चाहिए !
शुक्र:- हीरा, चाँदी, चावल, श्वेत स्फटिक, स्वेत वस्त्र, इत्र का दान करना शुक्रवार को चाहिए !
“ओम द्रां द्रीं द्रों सः शुक्राय नमः” मन्त्र का जप करना चाहिए !
शनि:- नीलम, लोहा, उड़ददाल काला, नीलमणि, सरसों का तेल दान शनिवार को करना चाहिए ! यदि शनि अधिक अशुभकारी हो तो लोहे की कटोरी में सरसों का तेल ले कर उसमे अपने चेहरा देखने के बाद उस तेल में काले तिल दाल कर शनिवार को दान करना चाहिए !
“ओम प्रां प्रीं प्रों सः शनैश्चराय नमः” मन्त्र का जप करना चाहिए !
राहु:- गोमेद, सीसा, तिल काला, काला वस्त्र का दान शनिवार को करना चाहिए ! राहु अधिक अशुभकारी हो तो जिन्दा मछलियों को जल में छोड़ना चाहिए ! “ओम भ्रां भ्रीं भ्रों सः राहवे नमः” मन्त्र का जप करना चाहिए !
केतु:- लहसुनिया, लोहा, तिल काला, ध्रूमवर्ण वस्त्र, का दान शनिवार को करना चाहिए !
“ओम स्रां स्रीं स्रों सः केतवे नमः” मन्त्र का जप करना चाहिए !