>बृहस्पति और मंगल का महापरिवर्तन–…1@किस राशि पर क्या होगा प्रभाव!????
बृहस्पति ग्रह का शुक्रवार से अस्त हो जाने के कारण इसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। मंगल कुंभ से मीन राशि में प्रवेश कर चुका है। 21 अप्रैल 2011 तक सभी शुभ कार्यों पर रोक लगेगी। इस संबंध में ज्योतिषाचार्य पं. जीएम हिंगे के अनुसार सभी राशियों पर इसका विशेष प्रभाव पड़ेगा, जिसका उपाय करने से आम व्यक्ति को निजात भी मिलेगी।
आइए जानते हैं- किस राशि पर कौन-सा प्रभाव होगा?
बारह राशि पर प्रभाव —-
मेष राशि के लिए बनते काम बिगड़ेंगे, यात्रा में बाधा रहेगी।
वृषभ राशि के लिए स्वास्थ्य खराब होगा, धन की प्राप्ति में मुश्किल होगी।
मिथुन राशि के लिए दांपत्य जीवन में मुश्किल व नौकरी में परेशानी आएगी।
कर्क राशि के लिए नौकरी में बाधा शादी होते-होते रुकेगी।
सिंह राशि के जातकों के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, संतान में बाधा आएगी। संतान का स्वास्थ्य बिगड़ेगा।
कन्या राशि के लिए मन अशांत रहेगा, सुख-समृद्धि में कमी आएगी।
तुला राशि के लिए साहस, आत्मविश्वास कमजोर होगा, दूसरों से संबंध बिगड़ेंगे।
वृश्चिक राशि वाले संतान को लेकर तनाव व चिंता रहेगी, पारिवारिक कलह होगी।
धनु राशि के लिए जीवन के तमाम रास्ते बंद हो सकते हैं, निर्णय गलत हो सकते हैं।
मकर राशि के लिए मुश्किलें सामने आएँगी और उसका सामना नहीं कर पाएँगे।
कुंभ राशि के लिए घर-परिवार में आर्थिक मुश्किलें होंगी, धन का नुकसान होगा।
मीन राशि वालों का स्वास्थ्य बिगड़ेगा, अपयश आएगा।
इसके लिए सभी राशि पर होने वाले प्रभावों और मुसीबतों से बचने के उपाय निम्नानुसार है :- —
मेष राशि के जातक पीले रंग का रुमाल अपने पास रखें, सोने का कोई आभूषण न पहनें।
वृषभ राशि वाले प्रतिदिन दो केले का दान करें, खाने में पीला पदार्थ सेवन न करें।
मिथुन राशि वाले सूर्य को हल्दी डालकर जल चढ़ाएँ।
कर्क राशि के लिए दाहिने हाथ में सोने या पीतल का छल्ला धारण करें।
सिंह राशि वाले पीले वस्त्र धारण करें।
कन्या राशि वाले प्रतिदिन केसर या हल्दी का टीका लगाएँ।
तुला राशि के जातक चने की दाल गरीबों में बाँटें, पीला पदार्थ न खाएँ।
वृश्चिक राशि वाले दाहिने हाथ की तर्जनी में सोने या पीतल का छल्ला धारण करें।
धनु राशि वाले माँस का सेवन न करें, सूर्य को पीला चंदन डालकर जल चढ़ाएँ।
मकर राशि वाले गरीब को भोजन कराएँ व सोना न पहनें।
कुंभ राशि वाले क्रोध व वाणी पर संयम रखें।
मीन राशि वाले माँस का सेवन न करें, बुजुर्गों का आशीर्वाद प्रतिदिन लें।