मित्रों….गुड अफ्तारनुन….
आपकी अपनी बात …..हमारी अपनी….
आप सभी से मेरी मुलाकात…एक लम्बे समय बाद हो रही हें…पिछले दिनों में काफी व्यस्त रहा हूँ..अपनी यात्राओं एवं सलाह/मार्गदर्शन के कार्यक्रम से…
ढेर सारी बातें/गुफ्तगुं…करनी हें आप सभी से…
मेने .7 -08 और 09 जुलाई,.0.2 को इंदौर में अपने काम संपन्न किये…
उसके बाद…खंडवा,(मध्यप्रदेश)…उसके बाद भुसावल,धुलिया, जलगाँव एवं मुंबई के साथ कोल्हापुर (महाराष्ट्र )का व्यस्त दोरा किया..श्री लक्ष्मीचंद चेलाणी के साथ……
मेने अपना जन्मदिवस मुंबई में मनाया था….1. जुलाई को फिल्म “कोकटेल”देखते हुए..ड्रीमलेण्ड सिनेमा में …
रात्रि एक बजे मित्रों के साथ खाना खाया….गोकुल होटल में..(मोती टाकिज के बगल में.)
शनिवार,14 ,जुलाई को महालक्ष्मी मंदिर ,हजीअली दरगाह एवं सिद्धिविनायक जी के दर्शन कर भगवन से अपने आने वाले समय हेतु निवेदन/प्रर्धन की..
मेने बड़ोदा (गुजरात) के साथ साथ वापी,नवसारी, अहमदाबाद का भी भ्रमण किया था….मेने 18 जुलाई को प्रस्थान किया …राजस्थान के लिए…गीता मंदिर बस स्टेंड , अहमदाबाद,गुजरात से…
अरावली पर्वत माला की सुरम्य पहाड़ियों के बीच कपिल मुनि की साधना स्थली …कपिल धारा …पर एक धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन था…उसमे भाग लिया ….एक सप्ताह तक….
इस श्रावण माह में बड़ा ही आनंद आया …बड़ा अच्छा लगा….
लेकिन इस बीच मेरा स्वास्थ्य / तबियत भी ख़राब रही …पहले बुखार, फिर सर्दी-खांसी…उसके बाद पैर मुड गया था….बहुत परेशानी हुयी…खांसी के कारण…अभी भी असर हें खांसी का…
उसके बाद माउन्ट आबू गया था…जोधपुर..पली एवं सिरोही (राजस्थान) भी गया था…
पंडित ताराचंद जी शास्त्री से मिलने सवाई माधोपुर भी गया था….
खेर …आज में अपने निवास स्थल..झालरापाटन पहुँच गया हूँ…
आप सभी की दुआओ एवं आशीर्वाद के साथ…
आपका अपना—
पंडित दयानंद शास्त्री..