आइये जाने लाल किताब में बुध का प्रत्येक भाव के लिए उपाय—–
आमतौर पर वैदिक ज्योतिष में जब ग्रह कमजोर या अशुभ स्थिति मे़ होता है तो उसका उपाय किया जाता है.परन्तु लाल किताब के अनुसार ग्रह चाहे शुभ स्थिति में हो या अशुभ उसका उपाय करने से जहाँ उसके फल में स्थायित्व रहता हें, वही दूसरी तरफ अशुभ ग्रह का उपाय करने से उसके दूष्प्रभाव की शान्ति होती है. इस लेख के माध्यम से बुध ग्रह के प्रत्येक भाव मेँ स्थित होने पर उसके उपाय की जानकारी दी गई है. प्रत्येक व्यक्ति जिनका बुध जिस-. भाव में स्थित है वह यहाँ दी गई सूची के आधार पर उपाय कर सकता है.
प्रथम भाव मे़ स्थित बुध के उपाय——
.) रात को सिरहाने सौफ रखकर सोएं.
2) शाराव, अण्डा, मांस का सेवन न करें.
.) जीवन में स्थिरता लाएं, एक जगह टिककर काम करें.
4) दबाईयों से सम्बन्धित कार्य करें.
5) हरे रंग का त्याग करें.
द्वीतीय भाव मे़ स्थित बुध के उपाय—-
1) रात को सिरहाने पानी रख कर सुबह पीपल में चढा़एं.
2) नाक छेदन करवाऎं.
3) घर में तोता, भेड़, वकरी ना पालें.
4) मन्दिर में दूध, चावल दान करें.
5) शाराव, अण्डा, मांस का सेवन न करें.
6) साली को अपने साथ न रखें.
तृ्तीय भाव में भाव मे़ स्थित बुध के उपाय—-
1) पर्तिदिन प्रात: सूर्य को जल दें.
2) कुत्ता पालें.
3) दक्षिण दरवाजो का मकान न बनवाऎं.
4) डाक के पत्तो को दूध में धोकर सुनसान जगह में दबाएं.
5) फिटकरी से दान्त साफ करें.
6) बकरी का दान करें.
7) छोटी कन्याओं की सेवा करें.
चतुर्थ भाव मे़ स्थित बुध के उपाय—–
1) बन्दर को गुड़ खिलाएं.
2) मन्दिर में दूध, चावल चढाएं.
3) मन्दिर में या ब्राह्मण को चने की दाल एंव पीला वस्त्र दान करें.
पचंम भाव मे़ स्थित बुध के उपाय—
2) नाक छेदन करवाएं.
3) गले में चान्दी की चेन पहने.
4) गले में ताम्बे का पैसा धारण करें.
5) मीठी बाणी का प्रयोग करें.
छ्टे भाव मे़ स्थित बुध के उपाय—-
1) गगां जल की बोतल कृषि वाली जमीन में दबाऎं.
2) ताजे फूल अपने पास रखें.
3) दूध का बर्तन सुनसान जगह में दबाएं.
4) छोटी कन्याओं की सेवा करें.
5) कागज से सम्बन्धित कार्य करें.
सप्तम भाव मे़ स्थित बुध के उपाय—-
1) साली को अपने साथ न रखें.
2) ब्याज (लेने देने) का काम न करें.
3) कोई भी काम लिखा पढी से करें.
4) साझेदारी में पैसा न लगाए.
5) सटटेबाजी में पैसा ना लगाए.
अष्टम भाव मे़ स्थित बुध के उपाय—
1) नाक छेदन करवाऎं
2) मिट्टी के ब्रर्तन में देसी खाण्ड भरकर श्मशान या सुनसान जगह दबाएं.
3) छत पर दूध या ओले का पानी रखें.
4) ताम्बे के लोटे में मुंग भरकर नदी में प्रवाहित करें.
5) किन्नरों को सफेद कमीज व काली जुराब दें.
नवम भाव मे़ स्थित बुध के उपाय—
1) नाक छेदन करवाएं.
2) खुम्बी (मसरुम) का बर्त्तन भरके मन्दिर में रखें.
3) ताम्बे का पैसा छेद करके गले में पहने.
4) घर में तोता, भेड, बकरी ना पाले.
5) तावीज, भभूत, सिफी, शंख इत्यादि अपने पास न रखें.
6) नया कपडा नदी के पानी का छीटा देकर पहने.
दशम भाव मे़ स्थित बुध के उपाय—
1) शाराव, अण्डा, मांस का सेवन न करें.
2) मम्दिर में दूध, चावल, रोटी चढाएं.
3) घर में शान्ति बनाई रखें.
एकादश भाव मे़ स्थित बुध के उपाय—
1) तावीज, भभूत, सिफी, शंख इत्यादि अपने पास न रखें
2) तोता, भेड बकरी ना पालें.
3) गले में ताम्बे का पैसा धारण करे़.
4) नाक छेदन करवाएं.
5) घर में आई हुई वहन ,बुआ, मौसी, साली को मिठाई देकर विदा करें.
6) गले में माला धारण ना करे.
द्वादश भाव मे़ स्थित बुध के उपाय—
1) नाक छेदन करवाएं.
2) कुत्ता पालें.
3) दुसरो से सलाह भशविरा करके काम करें.
4) खाली घडा़ जल में प्रवाहित करें.
5) माथे पर केसर का तिलक लगाएं.
इस प्रकार लाल किताब के अनुसार बुध के उपाय करने से तुरन्त लाभ मिलता हैं.
नोट:—
1) एक समय में केवल एक ही उपाय करें.
2) उपाय कम से कम 4. दिन और अधिक से अधिक 43 दिनो तक करें.
3) उपाय में नागा ना करें यदि किसी करणवश नागा हो तो फिर से प्रारम्भ करें.
4) उपाय सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक करें.
5) उपाय खून का रिश्तेदार ( भाई, पिता, पुत्र इत्यादि) भी कर सकता है.
आमतौर पर वैदिक ज्योतिष में जब ग्रह कमजोर या अशुभ स्थिति मे़ होता है तो उसका उपाय किया जाता है.परन्तु लाल किताब के अनुसार ग्रह चाहे शुभ स्थिति में हो या अशुभ उसका उपाय करने से जहाँ उसके फल में स्थायित्व रहता हें, वही दूसरी तरफ अशुभ ग्रह का उपाय करने से उसके दूष्प्रभाव की शान्ति होती है. इस लेख के माध्यम से बुध ग्रह के प्रत्येक भाव मेँ स्थित होने पर उसके उपाय की जानकारी दी गई है. प्रत्येक व्यक्ति जिनका बुध जिस-. भाव में स्थित है वह यहाँ दी गई सूची के आधार पर उपाय कर सकता है.
प्रथम भाव मे़ स्थित बुध के उपाय——
.) रात को सिरहाने सौफ रखकर सोएं.
2) शाराव, अण्डा, मांस का सेवन न करें.
.) जीवन में स्थिरता लाएं, एक जगह टिककर काम करें.
4) दबाईयों से सम्बन्धित कार्य करें.
5) हरे रंग का त्याग करें.
द्वीतीय भाव मे़ स्थित बुध के उपाय—-
1) रात को सिरहाने पानी रख कर सुबह पीपल में चढा़एं.
2) नाक छेदन करवाऎं.
3) घर में तोता, भेड़, वकरी ना पालें.
4) मन्दिर में दूध, चावल दान करें.
5) शाराव, अण्डा, मांस का सेवन न करें.
6) साली को अपने साथ न रखें.
तृ्तीय भाव में भाव मे़ स्थित बुध के उपाय—-
1) पर्तिदिन प्रात: सूर्य को जल दें.
2) कुत्ता पालें.
3) दक्षिण दरवाजो का मकान न बनवाऎं.
4) डाक के पत्तो को दूध में धोकर सुनसान जगह में दबाएं.
5) फिटकरी से दान्त साफ करें.
6) बकरी का दान करें.
7) छोटी कन्याओं की सेवा करें.
चतुर्थ भाव मे़ स्थित बुध के उपाय—–
1) बन्दर को गुड़ खिलाएं.
2) मन्दिर में दूध, चावल चढाएं.
3) मन्दिर में या ब्राह्मण को चने की दाल एंव पीला वस्त्र दान करें.
पचंम भाव मे़ स्थित बुध के उपाय—
2) नाक छेदन करवाएं.
3) गले में चान्दी की चेन पहने.
4) गले में ताम्बे का पैसा धारण करें.
5) मीठी बाणी का प्रयोग करें.
छ्टे भाव मे़ स्थित बुध के उपाय—-
1) गगां जल की बोतल कृषि वाली जमीन में दबाऎं.
2) ताजे फूल अपने पास रखें.
3) दूध का बर्तन सुनसान जगह में दबाएं.
4) छोटी कन्याओं की सेवा करें.
5) कागज से सम्बन्धित कार्य करें.
सप्तम भाव मे़ स्थित बुध के उपाय—-
1) साली को अपने साथ न रखें.
2) ब्याज (लेने देने) का काम न करें.
3) कोई भी काम लिखा पढी से करें.
4) साझेदारी में पैसा न लगाए.
5) सटटेबाजी में पैसा ना लगाए.
अष्टम भाव मे़ स्थित बुध के उपाय—
1) नाक छेदन करवाऎं
2) मिट्टी के ब्रर्तन में देसी खाण्ड भरकर श्मशान या सुनसान जगह दबाएं.
3) छत पर दूध या ओले का पानी रखें.
4) ताम्बे के लोटे में मुंग भरकर नदी में प्रवाहित करें.
5) किन्नरों को सफेद कमीज व काली जुराब दें.
नवम भाव मे़ स्थित बुध के उपाय—
1) नाक छेदन करवाएं.
2) खुम्बी (मसरुम) का बर्त्तन भरके मन्दिर में रखें.
3) ताम्बे का पैसा छेद करके गले में पहने.
4) घर में तोता, भेड, बकरी ना पाले.
5) तावीज, भभूत, सिफी, शंख इत्यादि अपने पास न रखें.
6) नया कपडा नदी के पानी का छीटा देकर पहने.
दशम भाव मे़ स्थित बुध के उपाय—
1) शाराव, अण्डा, मांस का सेवन न करें.
2) मम्दिर में दूध, चावल, रोटी चढाएं.
3) घर में शान्ति बनाई रखें.
एकादश भाव मे़ स्थित बुध के उपाय—
1) तावीज, भभूत, सिफी, शंख इत्यादि अपने पास न रखें
2) तोता, भेड बकरी ना पालें.
3) गले में ताम्बे का पैसा धारण करे़.
4) नाक छेदन करवाएं.
5) घर में आई हुई वहन ,बुआ, मौसी, साली को मिठाई देकर विदा करें.
6) गले में माला धारण ना करे.
द्वादश भाव मे़ स्थित बुध के उपाय—
1) नाक छेदन करवाएं.
2) कुत्ता पालें.
3) दुसरो से सलाह भशविरा करके काम करें.
4) खाली घडा़ जल में प्रवाहित करें.
5) माथे पर केसर का तिलक लगाएं.
इस प्रकार लाल किताब के अनुसार बुध के उपाय करने से तुरन्त लाभ मिलता हैं.
नोट:—
1) एक समय में केवल एक ही उपाय करें.
2) उपाय कम से कम 4. दिन और अधिक से अधिक 43 दिनो तक करें.
3) उपाय में नागा ना करें यदि किसी करणवश नागा हो तो फिर से प्रारम्भ करें.
4) उपाय सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक करें.
5) उपाय खून का रिश्तेदार ( भाई, पिता, पुत्र इत्यादि) भी कर सकता है.