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ब्रह्माकृत शिव स्तोत्रम्—-

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ब्रह्माकृत शिव स्तोत्रम्---- परमपिता ब्रह्मा ने पर्मात्मा एवं परंब्रह्म शिव की उपासना की थी। इस स्तोत्र को ब्रह्मा कृत माना जाता है।नमस्ते भगवान रुद्र भास्करामित तेजसे| (1)नमो भवाय देवाय रसायाम्बुमयात्मने||ब्रह्माजी बोले कि हे...

रावण कृत शिव ताण्डव स्तोत्रम्—

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रावण कृत शिव ताण्डव स्तोत्रम्--- (1)जटाटवी-गलज्जल-प्रवाह-पावित-स्थले गलेऽव-लम्ब्य-लम्बितां-भुजङ्ग-तुङ्ग-मालिकाम् डमड्डमड्डमड्डम-न्निनादव-ड्डमर्वयंचकार-चण्ड्ताण्डवं-तनोतु-नः शिवः शिवम् .. १..जिन शिव जी की सघन जटारूप वन से प्रवाहित हो गंगा जी की धारायं उनके कंठ को प्रक्षालित क होती हैं, जिनके गले...

श्री गणेश चालीसा——

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श्री गणेश चालीसा------ भगवान श्री गणेश दिव्य स्वरूप और शक्तियों के स्वामी है। श्री गणेश की उपासना न केवल धार्मिक दृष्टि से शुभ फल देती है। बल्कि उनके स्वरूप और शक्तियों से...

7th Akhil Bhartiy Jyotish Samellan

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7th  Akhil Bhartiy Jyotish Samellan    5235, Malvia nagar, Street No.- 1,  Bhatinda --151001(Punjab)---------------------------------------------------------------------------------------Respected Sir                       Jai Shree Ram ji     ...

“माँ तारा”:-(ममतामयी माँ सबको तारने वाली)– राज शिवम

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"माँ तारा":-(ममतामयी माँ सबको तारने वाली)-- राज शिवम माँ तारा जब तुम्हें याद करता हूँ तो मन भर जाता है और शब्द निकल नहीं पाते क्या लिखूँ तारा माँ तुम्हारे बारे में।प्रेम...

राशि के हिसाब से जानिए कैसे खुश करें शनिदेव को—राजेश शर्मा

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राशि के हिसाब से जानिए कैसे खुश करें शनिदेव को---राजेश शर्माशनि ग्रह वैदूर्यरत्न अथवा बाणफ़ूल या अलसी के फ़ूल जैसे निर्मल रंग से जब प्रकाशित होता है,तो उस समय प्रजा के...

दूर्वा अर्पण का एकदंत से अखंड सम्बन्ध—प्रियंका शर्मा

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दूर्वा अर्पण का एकदंत से अखंड सम्बन्ध---प्रियंका शर्मा सनातन धर्म में भगवान गणेश की पूजा में महत्व रखने वाली दूर्वा यानि दूब यह एक तरह की घास है जो पूजन में प्रयोग...

विवाह के समय निर्धारण पर ध्यान देना जरूरी है..–श्रीकान्त पान्डे

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विवाह के समय निर्धारण पर ध्यान देना जरूरी है..--श्रीकान्त पान्डे विवाह एक अदभुत संयोग होता है जिसका प्रोयोजन सिर्फ मानव के जीवन को और आनंददायक और ज्यादा खुशहाल बनाने के लिय नही...

बजरंग बाण का अमोघ विलक्षण प्रयोग—

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बजरंग बाण का अमोघ विलक्षण प्रयोग---भौतिक मनोकामनाओं की पुर्ति के लिये बजरंग बाण का अमोघ विलक्षण प्रयोग   अपने इष्ट कार्य की सिद्धि के लिए मंगल अथवा शनिवार का दिन चुन लें।...

शिव का प्रारूप शिवलिंग का अश्लीय व्याखान करना अनुचित है

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शिव का प्रारूप शिवलिंग का अश्लीय व्याखान करना अनुचित हैआकाशं लिंगमित्याहु : पृथ्वी तस्य पितीकाआलय: सर्वदेवानाम लायानालिंग्मुच्यातेय आकाश लिंग है ,पृथ्वी उसकी पिटिका है.सब देवतौं का आलय है. इसमें सबका लय...

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