कुछ सवाल पंडित भगीरथ जोशी के…

( पंचांगकर्ता—-नीमच, मध्यप्रदेश…मोब.–.98.6.140.0 और 09407149933)

भारत के सभी ज्योतिष वास्तु महासम्मलेन के आयोजक बंधुओ कृपया यह बतावे की—-

—–क्यों किसी ज्योतिष सम्मलेन में पंचांग कर्ता नही आते या बुलाये नहीं जाते है ?
—–इन ज्योतिष वास्तु महासम्मलेन में सम्मान व् पदवी के लिए कोई नियम क्यों नहीं है ?
—–क्यों किसी ज्योतिष सम्मलेन में ज्योतिषीय विषयो पर कोई गंभीर चर्चा नहीं होती है ?
—-क्यों किसी ज्योतिष सम्मलेन में ज्योतिष के विशेषग्य नहीं आते है ?
—–ज्योतिष सम्मलेन में के.पी. पर बोलने वाले और उसी को श्रेष्ठ बताने वाले की संख्या अधिक होती है तो क्या वैदिक ज्योतिश फलित कथन में कमजोर है ? हैं कोई बताने वाला ???
——-अगर के.पी.पद्धति श्रेष्ठ है तो इस का ज्ञान रखने वाले चंद्रग्रहण गणित कर के प्रत्यक्ष में प्रमाण दे की के.पी.से चंद्रग्रहण का समय यह है और वैदिक ज्योतिष से चंद्रग्रहण का समय यह है प्रत्यक्ष में मिलाओगे तो के.पी. का ग्रहण सही बैठेगा तो पब्लिक स्वतः ही के.पी. को अपना लेगी |
——-कई ज्योतिषी को जो जन्मपत्रिका के लिए आवश्यक पंचांग परिवर्तन होता है ,वह भी नहीं आता और उन्हें गोल्डमेडल दे देते है ऐसा क्यों ?
—–ज्योतिष सम्मलेन का परिणाम कुछ नहीं निकलता है , क्यों ? कभी सोचा हैं ??
क्या ये सम्मलेन टाइम पास या केवल मेल मुलाकात के लिए होते हैं ????
—-क्या सम्मलेन मात्र ज्योतिषियों को बुलाकर और चुपचाप पेसा लेकर डोगरी या उपाधि लेने वाले की पसंद की पदवी व् मैडल देने के लिए ही आयोजित किये जाते है????
क्या इस प्रकार का आयोजित धन कमाने का जरिया मात्र रह गए हैं ??? ===========================
अब कुछ विचार ज्योतिष का कार्य करने वाले भी निम्न प्रश्नों पर विचार करे अगर इन के उत्तर आते है तो आप ज्योतिषी है ?????
आजकल के ज्योतिष वास्तु महासम्मेलनों में बांटी जा रही ज्योतिष की उपाधि वाले जैसे फलाना शास्त्री, मार्तण्ड , भास्कर और गोल्ड मेडलिस्ट आदि ????

अगर उत्तर नहीं आवे तो ये उपाधिया निरर्थक है कृपया नाराज न हो???

क्या इन फर्जी डिग्री को अपने ऑफिस में लगाने या टांगने से आने वाला पटेशं व्यक्ति खुश हो जायेगा ??? 

आपको अधिक फीस या दक्षिणा देगा ???
जरा सोचिये !!!!!?? 
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(१)अक्षांश क्या है ?क्या इन को बदला जा सकता है ? यदि हा तो क्यों यदि नहीं तो क्यों ?
(२) रेखांश क्या है?क्या इन को बदला जा सकता है ? यदि हा तो क्यों यदि नहीं तो क्यों ?
(३) सूर्य क्रांति क्या क्यों कैसे माय चित्र के विचारे व् इस का घटना बढना बतावे |
(४) चर क्या ;चरांतर क्या माय सूत्र के बतावे |
(५) बेलांतर क्या माय सूत्र के बतावे |
(६)स्टेंडर्ड अंतर की २ विधिया लिखे रेखान्शो के अंतर में ४ का गुना क्यों करते है ?
(७)घंटे से घटी में बदलने के लिए (घंटे) *२.५ क्यों ? मय गणित के बतावे
(८) घंटी से घटे में बदलने के लिए (घंटे) / २.५ क्यों ?मय गणित के बतावे
(९)सुर्योदयास्त को प्रत्यक्ष देखने के लिए २ मिनिट ऋण-धन क्यों करते है इसका जन्म पत्रिका निर्माण में कोई उपयोग है या नहीं किरण वक्री भवन संस्कार क्या है ?
(१०)जन्म स्थान के अक्षांश-रेखांश का ज्ञान कैसे करे ?
(११)पंचांग परिवर्तन कैसे करे विधि क्यों की भीना पंचांग परिवर्तन के जन्मपत्रिका नहीं बन सकती है |
(१२)चरांतर संस्कार पंचांग परिवर्तन में आवश्यक है या नहीं यदि हा तो क्यों यदि नहीं तो क्यों ?
(१३)स्टेंडर्ड अंतर भारत में ८२|३० से ही क्यों लेते है ।।।

यदि नई पीढ़ी के तथाकथित पेसा देकर डिग्री या उपाधि लेने वाले इनका जवाब जानते हो तो संपर्क करें।।

विद्वान लोग बुरा ना माने—-

आप का:- पंडित भागीरथ जोशी(पंचांगकर्ता, नीमच–मध्यप्रदेश)

मोब.–094074149933 और 09826114030…।।

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