जानिए नवरात्र क्या हें मेरी विचार/नजर में—
बहुत से भाई बहन सुविधा एवं समय के अभाव में शास्त्रीय विधि विधान से नवरात्रि नहीं कर पाते पर वैसे व्यक्ति भी इस समय के समृद्ध ऊर्जा का लाभ मानसिक रूप से ले सकते हैं.
नवरात्रि वस्तुत: लगातार नौ दिनों तक की जानेवाली एक ऐसी मानसिक प्रक्रिया है जिसमें हम पूर्ण शुद्धता के साथ अपनी इच्छाओं को पूरा करने के लिये माँ दुर्गा से प्रार्थना करते हैं.
इस प्रक्रिया में शास्त्रीय विधि तो महत्वपूर्ण है हीं पर सबसे महत्वपूर्ण है लगातार, continuity of the demand.
——कोई भी प्रक्रिया को जब हम लगातार करते हैं कम से कम नौ दिनों तक तो वह हमारी आदत में शामिल होना शुरू हो जाता है और यदि हम .. दिनों तक जारी रख पाते हैं तो वह हमारी आदत बन जाता है.
चुकी नवरात्रि का यह समय काफी ऊर्जावान होता है एवं हमारे आसपास काफी घरों में नवरात्रि की पुजा होती है इसलिए वातावरण शुद्ध बना रहता है. ऐसे में यद्यपि आप नवरात्रि का पाठ न भी कर रहें हों फिर भी इसका लाभ ले सकते हैं. इसके लिये आपको एक मानसिक वरात करनी होगी.
—कोई भी जरूरी एक इच्छा को मन में सोच लें.
—नौ दिनों तक लगातार किसी भी नकारात्मक विचार, भावना ,क़ुएस्तिओन एवं शब्द आदी को अपने मस्तिष्क में स्थान न दें.
—यदि आप अपने को एसी स्थिति में पाते हैं तो तुरंत कुछ सकारात्मक बातों के तरफ अपना ध्यान मोड लें .पाँच मिनट से अधिक नकारात्मक विचार आपके दिमाग में जगह नहीं पाने चाहिए .आप उस खुशी को हमेशा महसूस करें जो आपकी इच्छापूर्ति के बाद आपको मिलने वाली है.
—नौ दिनों तक सिर्फ समाधान पर हीं ध्यान लगाएँ समस्याओं पर नहीं.
यहाँ आपका मक़सद लगातार नौ दिनों तक अपने में तथा अपने आसपास पूर्ण सकारात्मक माहौल को बनाए रखना है .आपकी दैवीय परीक्षा यही है कि नकारात्मक विचारों से आप लगातार नौ दिनों तक लड पाते हैं अथवा नहीं.
—-यदि आप सचमुच नौ दिनों तक इस प्रक्रिया को पूर्ण करने में सफल हो गये तो आप निश्चित मानें की आपकी इच्छा पूर्ण होने जा रही है.
नववर्ष की मंगल कामना सहीत!
### कृपया ध्यान दीजियेगा/रखें ..फ़िलहाल/अभी मेरा मोन वृत /अबोला नवरात्री का उपवास चल रहा हें तो प्लीज..किसी भी प्रकार की फोन काल जानकारी प्राप्ति हेतु परेशान नहीं करें…
धन्यवाद/आभार/साधुवाद..
!! शुभम भवतु!!!!
कल्याण हो..
शुभाकांक्षी—
स्वामी विशाल चैतन्य (पंडित दयानन्द शास्त्री)

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